UP Election 2022: राम मंदिर आंदोलन का केंद्र रहे अयोध्या विधानसभा सीट पर रोचक मुकाबला देखने को मिल सकता है। समाजवादी पार्टी (सपा) ने पूर्व मंत्री पवन पांडे को, भाजपा ने मौजूदा विधायक वेद प्रकाश गुप्ता को और कांग्रेस ने रीता मौर्य पर दांव लगाया है।
अयोध्या में राज्य विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के तहत आगामी 27 फरवरी को मतदान होगा। अयोध्या विधानसभा क्षेत्र से पार्टी ने एक बार फिर वेदप्रकाश गुप्ता पर भरोसा जताया है जो 2017 में भाजपा के टिकट पर इस क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे। कांग्रेस ने रीता मौर्य को टिकट दिया है।
लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीति का ककहरा सीखने वाले पांडे ने 2012 के विधानसभा चुनाव में अयोध्या से जीत हासिल की थी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में जगह भी दी थी, लेकिन 2017 के चुनाव में वह यह सीट भाजपा के हाथों गंवा बैठे थे। सपा ने अयोध्या से अपना उम्मीदवार उतार दिया है।
भाजपा के लल्लू सिंह वर्ष 1991, 1993, 1996, 2002 और 2007 में अयोध्या से विधायक रहे। हालांकि वर्ष 2012 में उन्हें सपा के पवन पांडे के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था। अयोध्या विधानसभा क्षेत्र में 13 से 15 प्रतिशत के बीच ब्राह्मण और यादव मतदाता हैं जबकि 18 से 20 फीसदी मुसलमान हैं।
लोग यहां सपा और भाजपा के बीच ही मुख्य मुकाबला देख रहे हैं। कुछ समय पहले तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या से चुनाव लड़ने की अटकलें जोरों पर थीं लेकिन भाजपा नेतृत्व ने उन्हें गोरखपुर सदर सीट से उम्मीदवार बनाकर सारी अटकलों का पटाक्षेप कर दिया।