UP Assembly Elections 2022: बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा को कटघरे में खड़ा किया, कहा-संकीर्ण सोच और मानसिकता को त्याग दें, तभी देश का भला...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 13, 2022 16:09 IST2022-02-13T16:08:00+5:302022-02-13T16:09:03+5:30
UP Assembly Elections 2022: भारतीय जनता पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए बसपा नेता मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार की कार्यशैली अधिकांश यहां जातिवादी, पूंजीवादी और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के संकीर्ण एजेंडे को लागू करने पर टिकी रही हैं।

भाजपा के लोग अपनी संकीर्ण सोच व मानसिकता को त्याग दें, तभी देश का कुछ भला संभव है।
UP Assembly Elections 2022: बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को किसानों और बेरोजगारों की आत्महत्या का मामला उठाते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि भाजपा के लोग अपनी संकीर्ण सोच व मानसिकता को त्याग दें, तभी देश का कुछ भला हो सकता है।
उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनावों के बीच रविवार को बसपा प्रमुख मायावती ने सत्तारूढ़ भाजपा पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया, ‘‘कर्ज में डूबे एवं घुट कर जीवन जीने को मजबूर किसानों द्वारा आत्महत्या की खबरें विचलित करती हैं, किन्तु अब बेरोजगार युवाओं द्वारा भी आत्महत्या करने की विवशता ने राष्ट्रीय चिंता, बेचैनी व आक्रोश को और बढ़ा दिया है।
फिर भी विकास व इंडिया शाइनिंग आदि जैसा भाजपा का दावा कितना उचित है।’’ मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘‘साथ ही, भाजपा द्वारा संसद में भी बेरोजगारी की ज्वलन्त राष्ट्रीय समस्या से इनकार करना इनकी यह गलत व अहंकारी सोच नहीं है तो और क्या है? कौन युवा बेरोजगारी का ताना व अपमान सहना चाहता है?
2. साथ ही, भाजपा द्वारा संसद में भी बेरोजगारी की ज्वलन्त राष्ट्रीय समस्या से इंकार करना इनकी यह गलत व अहंकारी सोच नहीं है तो और क्या है? कौन युवा बेरोजगारी का ताना व अपमान सहना चाहता है? भाजपा के लोग अपनी संकीर्ण सोच व मानसिकता को त्यागें तभी देश का कुछ भला संभव।
— Mayawati (@Mayawati) February 13, 2022
भाजपा के लोग अपनी संकीर्ण सोच व मानसिकता को त्याग दें, तभी देश का कुछ भला संभव है।’’ समाजवादी पार्टी (सपा) की तर्ज पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने घोषणा की कि उनकी पार्टी की सरकार बनने पर सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल की जाएगी। औरैया में बसपा प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा ,''शिक्षा के क्षेत्र में एवं अन्य विभागों के कर्मचारी आए दिन अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन एवं हड़ताल आदि करते हैं तो उन सभी मामलों को निपटाने लिए एक आयोग का गठन किया जाएगा और उनकी सही मांगों को मान लिया जाएगा। इसमें कर्मचारियों की पुरानी पेंशन का मामला भी शामिल हैं, क्योंकि हमारी पार्टी नयी पेंशन व्यवस्था से कतई भी सहमत नहीं हैं ।
इसलिए बसपा की सरकार बनने पर फिर पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू किया जाएगा।’’ गौरतलब है कि इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी उत्तर प्रदेश में उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने की घोषणा की थी।
उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के मुताबिक वर्तमान में (2005 के बाद) करीब 10 लाख शिक्षक और कर्मचारी कार्यरत हैं जिनको पुरानी पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है। मायावती ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘ इनकी गलत आर्थिक नीतियों के कारण यहां गरीबी बेरोजगारी एवं महंगाई काफी बढ़ी है तथा पेट्रोल डीजल के दाम जो चुनाव के पहले कम किए गये थे और ऐसा लगता हैं कि चुनाव बाद फिर बढ़ा दिया जाएगा ।
किसान भी इस सरकार की गलत नीतियों से अभी भी परेशान हैं।’’ बसपा सुप्रीमो ने सबसे पहले कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आजादी के बाद से कांग्रेस ने सालों तक देश पर शासन किया लेकिन किन्तु अपनी गलत नीतियों एवं कार्यप्रणालियों की वजह से ही अब वह न तो केंद्र और न ही उत्तर प्रदेश में सत्ता में है। उन्होंने कांग्रेस पर शुरू से ही दलित, आदिवासी एवं अन्य पिछड़ा वर्ग विरोधी रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब सरकार से बाहर होने पर वह दलित, पिछड़े वर्ग आदिवासी वोटों के लिए आए दिन तरह तरह की नाटकबाजी करती रहती है।
उन्होंने कहा, ‘‘ कांग्रेस पार्टी जब सत्ता में होती है तब उसे इन वर्गों का विकास और उत्थान याद नहीं आता है। ’’ उन्होंने कहा, ‘सपा की सरकार में गुंडों, बदमाशों, माफियाओं, लूट खसोट और दंग फसाद करने वालों का राज रहा है। सपा की सरकार के चलते दलित व अति पिछड़े लोगों के साथ हर स्तर पर सौतेला रवैया अपनाया गया है।’