केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस बोले-चिराग से समझौते का सवाल ही नहीं, सूरज पूरब से पश्चिम चले जाएं
By एस पी सिन्हा | Published: August 26, 2021 07:09 PM2021-08-26T19:09:54+5:302021-08-26T19:10:51+5:30
चिराग पासवान ने तो अपने पिता को भी नहीं छोड़ा था. चिराग ने जबर्दस्ती रामविलास पासवान को पार्टी के अध्यक्ष पद से हटा दिया था.
पटनाः केन्द्रीय खाद्य एवं प्रशंस्करण मंत्री पशुपति कुमार पारस ने लोजपा में छिडे़ विवाद पर कहा है कि चाहे सूरज पूरब के बजाय पश्चिम से उग आये, लेकिन वे अपने भतीजे चिराग पासवान से कभी समझौता नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा कि चिराग पासवान ने तो अपने पिता को भी नहीं छोड़ा था. चिराग ने जबर्दस्ती रामविलास पासवान को पार्टी के अध्यक्ष पद से हटा दिया था. पारस ने दावा किया है कि उनके बडे़ भाई स्व. रामविलास पासवान उन्हें अपना उत्तराधिकारी मानते थे. तभी जब हाजीपुर संसदीय सीट को उन्होंने छोड़ा तो बेटे के बजाय उन्हें(पारस) वहां चुनाव लड़ने के लिए भेजा था.
उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान हमेशा ये कहते थे कि पारस ही उनका असली वारिस है. लेकिन चिराग पासवान ने उन्हें जबरन पार्टी के अध्यक्ष पद से हटा दिया था. पारस ने कहा कि चिराग पासवान ने तो अपने पिता की इज्जत नहीं की. उन्होंने कहा कि जब चिराग पासवान ने अपने पिता की इज्जत नहीं की तो मेरी इज्जत करने का सवाल कहां उठता है?
चिराग ये मानते ही नहीं हैं कि मेरे शरीर में भी वही खून है जो उनके शरीर में है. चिराग हमेशा मुझे अपने खून से अलग मानते थे. चिराग पासवान ने मजबूर कर दिया कि मैं पार्टी की कमान अपने हाथों में लूं. पारस ने कहा कि सूरज इधर से उधर हो सकता है, मगर अब चिराग के साथ सुलह नहीं हो सकती. अब पूरी पार्टी मेरे साथ है.