Uniform Civil Code of Uttarakhand: समान नगारिक संहिता 9 नवंबर से पहले लागू होगा, सीएम धामी ने कहा-यूसीसी की चार खंडों की रिपोर्ट वेबसाइट पर अपलोड, जानिए प्रभाव
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 15, 2024 22:10 IST2024-07-15T22:08:58+5:302024-07-15T22:10:04+5:30
Uniform Civil Code of Uttarakhand: इस वर्ष फरवरी में बुलाए गए उत्तराखंड विधानसभा के एक विशेष सत्र में दो दिनों तक चली लंबी चर्चा के बाद यूसीसी विधेयक पारित हुआ था।

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Uniform Civil Code of Uttarakhand: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार ने नवंबर में होने वाले राज्य स्थापना दिवस से पहले समान नगारिक संहिता (यूसीसी) लागू करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। यहां भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘हमारी सरकार ने नौ नवंबर के राज्य स्थापना दिवस से पूर्व यूसीसी को लागू करने का लक्ष्य तय किया है।’’ उन्होंने कहा कि इसका मसौदा भी सार्वजनिक कर दिया गया है।
हाल में यूसीसी की नियमावली और क्रियान्वयन समिति ने यूसीसी की चार खंडों की रिपोर्ट को वेबसाइट पर अपलोड किया था जिससे आम जन उसके बारे में जानकारी हासिल कर सकें। इस वर्ष फरवरी में बुलाए गए उत्तराखंड विधानसभा के एक विशेष सत्र में दो दिनों तक चली लंबी चर्चा के बाद यूसीसी विधेयक पारित हुआ था।
राज्यपाल के बाद मार्च में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी उसे मंजूरी दे दी थी। आजाद भारत के इतिहास में ऐसा कानून बनाने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य है। धामी ने विपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि राज्य में एक बड़ा तबका लगातार भ्रम, झूठ, अफवाह फैलाने की साजिश में लगा रहता है। उन्होंने कहा कि चाहे चारधाम यात्रा के पंजीकरण की बात हो या यात्रा मार्ग को लेकर भ्रम फैलाने की साजिश हो या धार्मिक स्थलों एवं परंपराओं पर झूठा विवाद खड़ा करने के कुत्सित प्रयास हों, यह अपनी साजिशें करता रहता है।
हालांकि, उन्होंने कहा ,‘‘ हमें शेर की खाल में बैठे ऐसे तमाम लोगों के प्रयासों को असफल बनाना है।’’ उहोंने 2047 तक विकसित भारत के साथ इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वप्न को साकार करने के लिए सबसे नई ऊर्जा, उत्साह, उमंग से अपने-अपने क्षेत्रों में कार्य करने को कहा।
प्रदेश भाजपा की विस्तारित कार्यसमिति की एक दिवसीय बैठक में मुख्यमंत्री धामी के तीन साल के कार्यकाल को बेमिसाल बताने और प्रधानमंत्री मोदी के तीसरी बार देश की कमान संभालने पर आभार प्रस्ताव पास किया गया। साथ ही निर्वाचित लोकसभा सांसदों एवं चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने वाले ‘बूथों’ का सम्मान किया गया।
बैठक में कठुआ के शहीद जवानों एवं केदारनाथ की दिवंगत भाजपा विधायक शैलारानी रावत के लिए शोक प्रस्ताव भी पारित किया गया । इससे पहले, कार्यसमिति में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल केंद्रीय उर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कांग्रेस के झूठ और प्रपंच पर करारा प्रहार किया। उन्होंने तंज कसा कि यह पहला चुनाव है जहां जीतने वाले के साथ ही हारने वाला भी खुश है।
उन्होंने कहा कि न जाने कांग्रेस का कौन सा गणित है कि वह 290 सीट वाली राजग की सरकार को वह अल्पमत की मानती है जबकि खुद 99 सीट लाकर जीतने का जश्न मना रही है । प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कहा कि चाहे आपदा की बात हो या कानून व्यवस्था की बात हो या विकास कार्यों की शुरुआत हो या किसी सामाजिक कार्यक्रम में भागेदारी हो, हर मोर्चे पर मुख्यमंत्री ने सामने रहकर नेतृत्व किया, जिसका जनता में अच्छा संदेश गया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि धामी सरकार के पिछले तीन सालों का कार्यकाल बेमिसाल रहा है।
उन्होंने हाल के विधानसभा उपचुनाव परिणामों का जिक्र करते हुए कहा,‘‘बेशक मंगलोर और बदरीनाथ के नतीजे हमारे पक्ष में नहीं आए लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं ने पूरी निष्ठा और कर्मठता से प्रयास किए जिसके लिए मैं उनका आभार प्रकट करता हूं।’’ भटट ने कहा कि चुनाव परिणामों की समीक्षा की जाएगी और जो भी कमियां रह गयी होंगी, उन्हें दूर किया जाएगा।