उद्धव ठाकरे ने सर्वदलीय बैठक में कहा- भारत मजबूत है मजबूर नहीं, सरकार में इतनी क्षमता है कि 'आंखें निकालकर हाथ में दे दे'
By अनुराग आनंद | Published: June 19, 2020 08:27 PM2020-06-19T20:27:36+5:302020-06-19T20:33:21+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत-चीन सीमा पर हालात को लेकर चर्चा करने के लिए आज (शुक्रवार) सर्वदलीय ऑनलाइन बैठक कर रहे हैं।
नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा पर तनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में करीब 20 पार्टी के नेता शामिल हुए। बैठक में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने भी हिस्सा लिया।
सर्वदलीय बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा कि भारत शांति चाहता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम कमजोर हैं। चीन का स्वभाव विश्वासघात का है। भारत मजबूत है मजबूर नहीं। हमारी सरकार में इतनी क्षमता है कि 'आंखें निकालकर हाथ में दे दे।'
इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम सब एक हैं। यही हमारी भावना है। प्रधानमंत्री जी हम आपके साथ हैं। हम अपनी सेना और उनके परिवारों के साथ हैं।
बैठक के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी नेताओं को इस घटना के बारे में जानकारी दी है। राजनाथ सिंह ने कहा कि सेना के जवान गलवान घाटी में पूरी तरह से मुस्तैद हैं।
Shiv Sena's Uddhav Thackeray at all-party meeting called by PM Modi: We are all one. This is the feeling. We are with you, PM. We are with our forces and their families. pic.twitter.com/EQpNZYogsZ
— ANI (@ANI) June 19, 2020
जानें पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में सोनिया गांधी ने क्या कहा-
सर्वदलीय बैठक में सोनिया गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा है कि सरकार बताए चीन ने भारतीय सीमा में कब घुसपैठ की है। इसके साथ ही सोनिया ने कहा कि ये बैठक पहले ही बुलाई जानी चाहिए थी।
सोनिया ने कहा कि 6 जून को ही जानकारी मिलने के तुरंत बाद सीधे सरकार को चीनी सरकार से इस मामले में बात करनी थी। इसके साथ ही सोनिया ने कहा कि विपक्ष सरकार के साथ है। लेकिन, सरकार समय-समय पर हालात की जानकारी विपक्ष को भी दे।
पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, ममता बनर्जी, मायावती मौजूद हैं। इसके अलावा, इस बैठक में नीतीश कुमार, नवीन पटनायक, उद्धव ठाकरे मौजूद हैं। बैठक की शुरूआत में सभी नेताओं ने शहीद सेना के जवानों को श्रद्धांजलि दी।
बता दें कि देश भर में चीन के खिलाफ प्रदर्शन तेज हो गया है। लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में भारत के 20 सैनिकों के शहीद होने के बाद यह बैठक हो रही है।
बैठक के दौरान बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने ये कहा-
सर्वदलीय बैठक में ममता बनर्जी ने कहा है कि चीन एक तानाशाह देश है, उसके मन में जो आता है करता है। लेकिन, भारत एक लोकतांत्रिक देश है, ऐसे में हम सबको मिलकर चीन के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी।
ममता बनर्जी ने कहा कि जब बात देश की होगी तो हमसब मिलकर लड़ेंगे और जीतेंगे। ममता ने कहा कि चीन के खिलाफ एकमत होना होगा, एक आवाज में चीन का विरोध करना होगा और एक होकर उसे जवाब देना होगा।
इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि टेलीकॉम, मोबाइल व एविएशन सेक्टर में चीन के निवेश को बंद करना होगा। इससे हमें थोड़ी मुश्किलें होंगी, जिसे जल्द ही ठीक कर लिया जा सकता है। लेकिन, हर हाल में चाइना के प्रोडक्ट की देश में एंट्री पर रोक लगाना चाहिए।
भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, अन्नाद्रमुक समेत कई दल बैठक में ले रहे हैं हिस्सा-
बैठक में भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, द्रमुक, टीआरएस, जद (यू), बीजद, लोजपा, बसपा, शिवसेना और राकांपा सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्ष ने हिस्सा लिया। कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने सरकार से कहा है कि सीमा पर स्थिति के बारे में उसे पारदर्शी होना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-चीन सीमा पर हालात को लेकर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को सर्वदलीय ऑनलाइन बैठक बुलाई थी। यह बैठक ऐसे समय में बुलाई गई है, जब विपक्षी दल लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय एवं चीनी बलों के बीच हिंसक झड़प की विस्तृत जानकारी मांग रहे हैं।