जयपुर: राजस्थान में उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में एक दर्जी की कथित रूप से गला काटकर हत्या कर देने के मामले में मंगलवार रात आठ बजे उदयपुर के सात थाना क्षेत्रों में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है।
कर्फ्यू के बाद क्या है उदयपुर के ताजा हालात
कर्फ्यू लगाए जाने के बाद आज सुबह की वीडियो सामने आए हैं जहां पर उदयपुर से सुबह के दृश्य देखने को मिल रहे है। इस वीडियो में शहर के कोने पर पुलिस दिखाई मिल रही है और रास्ते में बहुत की कम लोग दिखाई मिल रहे है।
जगह पुलिस तैनात है और वह हर आने जाने वालों से पूछताथ कर रही है। उदयपुर के सभी दुकानों में ताला बन्द दिखाई मिला है और सड़कों पर गाड़िया भी नहीं है। बता दें कि इस घटना के बाद कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य भर में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया। यही नहीं अगले एक महीने के लिए सभी जिलों में धारा 144 भी लागू कर दिया गया है।
मुख्य सचिव ने पुलिस महानिरीक्षकों एवं जिलाधिकारियों को सतर्कता बनाए रखने को कहा
मुख्य सचिव ऊषा शर्मा ने मंगलवार शाम उच्चस्तरीय बैठक की और सभी संभागीय आयुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों एवं जिलाधिकारियों को प्रदेशभर में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। सरकारी बयान में मुख्य सचिव ने पुलिस एवं प्रशासन के सभी अधिकारियों के अवकाश निरस्त करने, शांति समिति की बैठक आयोजित करने और उदयपुर जिले में आवश्यकतानुसार कर्फ्यू लगाए जाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव ने सभी संभागीय आयुक्तों को निर्देश दिए हैं कि उदयपुर की घटना के वीडियो के मोबाइल एवं अन्य माध्यमों से प्रसार पर सख्ती से रोक लगाई जाए, साथ ही वीडियो को प्रसारित करने वाले लोगों पर नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
हत्या को केन्द्र क्या करार दे रहा है
केंद्र उदयपुर में मंगलवार को की गई एक दर्जी की नृशंस हत्या को आतंकवादी हमला मान रहा है और एक जांच दल भेजा गया है जिसमें आतंकवाद रोधी एजेंसी एनआईए के अधिकारी शामिल हैं क्योंकि प्रारंभिक जानकारी से यह बात सामने आई है कि हमलावरों के आईएसआईएस से संबंध हो सकते हैं। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
अधिकारियों ने कहा कि जांच दल मामले की गहन जांच करेगा और गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों की पृष्ठभूमि की पड़ताल करेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा, ‘‘प्रथम दृष्टया यह एक आतंकी मामला लगता है और इसकी गहन जांच की जरूरत है जिसमें उनके सोशल मीडिया प्रोफाइल को खंगालना शामिल है।
कड़े गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज होने के बाद मामले को जांच के लिए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंपे जाने की संभावना है।
आरोपियों ने पीएम मोदी को भी धमकी दी
उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकी देते हुए कहा कि ‘‘उनका छुरा उन (मोदी) तक भी पहुंचेगा।’’ हमलावरों ने परोक्ष रूप से नुपुर शर्मा का भी जिक्र किया जिन्हें पैगंबर मोहम्मद पर एक टिप्पणी के मामले में भाजपा से निलंबित किया गया था।
दावत-ए-इस्लामी से मिले है आरोपी के संबंध
दिनदहाड़े हत्या को अंजाम देने के आरोपियों ने अपराध स्वीकार करते हुए वीडियो पोस्ट किया और उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनमें से एक ने खुद की पहचान रियाज अख्तरी के रूप में की। अख्तरी के संबंध पाकिस्तान स्थित दावत-ए-इस्लामी से मिले हैं, जिसकी भारत में भी शाखाएं हैं।
दावत-ए-इस्लामी के कुछ सदस्य 2011 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर सलमान तासीर की हत्या सहित कई आतंकी घटनाओं में शामिल थे। पुलिस के अनुसार आरोपियों को राजसमंद जिले के भीम क्षेत्र से पकड़ा गया।
वीडियो के मुताबिक क्या है घटना
राजसमंद के पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने कहा कि दोनों आरोपी मोटरसाइकिल पर हेलमेट पहनकर भागने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उन्हें भीम क्षेत्र में नाकेबंदी के दौरान पकड़ लिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘हमने आरोपियों की पहचान की पुष्टि की है। 10 टीम को आरोपियों की तलाश में लगाया था।’’
वीडियो के अनुसार, जब टेलर नाप लेकर लिख रहा था उस दौरान रियाज ने अचानक धारदार हथियार से उस पर हमला कर दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए तथा बाद में एक और वीडियो में उन्होंने अपराध करने की पुष्टि की।
घटना से सांप्रदायिक तनाव पैदा होने के बाद उदयपुर शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। वीडियो क्लिप में एक कथित हमलावर को यह कहते सुना जा सकता है कि उसने एक आदमी का सर कलम कर दिया है।
दुकानदारों ने किया विरोध, नहीं ले जाने दे रहे थे पुलिस को लाश
वहीं इस घटना के बाद दुकानदारों ने पुलिस को कन्हैयालाल का शव ले जाने से रोका और कहा कि हत्यारों की गिरफ्तारी होने तथा मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा तथा सरकारी नौकरी दिए जाने की घोषणा के बाद ही वे शव ले जाने देंगे।
सीएम गहलोत ने शांति बनाए रखने की अपील की
मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्विटर पर जनता से शांति बनाए रखने की अपील की और वीडियो साझा नहीं करने को कहा। उन्होंने जोधपुर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। पूरा पुलिस बल पूरी सतर्कता के साथ इस पर काम कर रहा है। हत्या के कारण लोगों में व्याप्त आक्रोश की मैं कल्पना नहीं कर सकता। हम कार्रवाई कर रहे हैं।’’
राहुल गांधी का भी आया ट्वीट
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती और आतंक फैलाने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं। धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इस कदर हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को तुरंत सख़्त सज़ा मिले।’’