‘टू फिंगर टेस्ट’ नहीं किया गया: कोयंबटूर दुष्कर्म मामले पर वायु सेना प्रमुख ने कहा
By भाषा | Published: October 5, 2021 05:43 PM2021-10-05T17:43:03+5:302021-10-05T17:43:03+5:30
नयी दिल्ली, पांच अक्टूबर वायु सेना प्रमुख वी आर चौधरी ने मंगलवार को कहा कि कोयंबटूर में भारतीय वायु सेना की अकादमी में वायु सेना के सहयोगी अधिकारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली एक महिला का ‘टू फिंगर टेस्ट’ नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि दोषी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
नवनियुक्त वायु सेना प्रमुख ने आठ अक्टूबर को वायु सेना दिवस के पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ऐसी घटनाओं को लेकर भारतीय वायु सेना के नियम ‘‘बहुत सख्त’’ हैं और मामले की उच्च स्तरीय जांच की रिपोर्ट के आधार पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
वायु सेना प्रमुख चौधरी ने कहा, ‘‘मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि ऐसी किसी भी घटना पर वायु सेना का कानून बेहद सख्त है। आपने जिस ‘टू-फिंगर टेस्ट’ का उल्लेख किया है, वह गलत रिपोर्ट है। मैं आपको पुष्टि कर सकता हूं कि यह परीक्षण नहीं किया गया था और हम नियमों से अच्छी तरह वाकिफ हैं।’’
वायु सेना प्रमुख से पीड़िता के आरोप के संबंध में सवाल पूछा गया जिसमें उसने कहा था कि वायु सेना के चिकित्सा केंद्र में इस तरह की जांच की गई। तमिलनाडु पुलिस ने वायु सेना अकादमी में 10 सितंबर को 28 वर्षीय महिला अधिकारी का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में एक फ्लाइट लेफ्टिनेंट को गिरफ्तार किया था।
महिला अधिकारी ने वायुसेना अधिकारियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे और कहा था कि उसका ‘टू फिंगर टेस्ट’ किया गया तथा आरोपी फ्लाइट लेफ्टिनेंट के खिलाफ शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाया गया।
कोयंबटूर की एक अदालत ने पिछले सप्ताह पुलिस को यह मामला वायु सेना को सौंपने का निर्देश दिया था। महिला अधिकारी ने अपने वरिष्ठों पर दबाव और डराने-धमकाने का आरोप लगाते हुए पुलिस जांच की मांग की थी। अदालत के आदेश के बाद आरोपी अधिकारी को पुलिस ने ‘कोर्ट मार्शल’ के लिए भारतीय वायु सेना को सौंप दिया।
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