लखनऊः राममंदिर न्यास की बैठक उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 18 जुलाई को होगी जिसमें जमीन के समतल होने के बाद परियोजना के विभिन्न चरणों पर चर्चा होगी। यह न्यास अयोध्या में राममंदिर निर्माण के काम की देखरेख के लिए उच्चतम न्यायालय के आदेश के तहत गठित किया गया है। इस बीच महंत कमल नयन दास ने का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी एकबार अयोध्या आना चाहिए।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के करीबी महंत कमल नयन दास ने कहा कि ट्रस्ट के सदस्य 18 जुलाई को अयोध्या में मिलेंगे। उद्देश्य राम मंदिर का निर्माण होगा। हम चाहते हैं कि मोदी जी को यहां एक बार आना चाहिए ताकि निर्माण शुरू हो जाए।
प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्र, केंद्रीय अतिरिक्त गृह सचिव ज्ञानेश कुमार और उत्तर प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी समेत कई अन्य इसके सदस्य हैं। बैठक के एजेंडा का संकेत देते हुए राय ने बताया कि मंदिर के पिलरों की नींव रखने का मुद्दा बैठक में उठाया जा सकता है।
इससे पहले दिन में, राय ने न्यास के सदस्य अनिल मिश्रा के साथ मंदिर निर्माण में लगी वास्तुकारों की टीम के साथ मुलाकात की थी। उन्होंने राममंदिर निर्माण कार्यशाला में नक्काशीदार पत्थरों को साफ करने के लिए लगी कंपनी के टीम के सदस्यों से भी भेंट की थी। राममंदिर मॉडल के मुख्य वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा के बेटे आशीष सोमपुरा भी इस बैठक में मौजूद थे।
योगी आदित्यनाथ ने 28 जून को किया था दौरा
बता दें, पिछले सप्ताह 28 जून को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने राम लला मंदिर में पूजा-अर्चना की था और जन्मभूमि स्थल का दौरा कर भव्य मंदिर निर्माण के लिए चल रहे भूमि समतल करने के कार्य का निरीक्षण किया था। राम जन्मभूमि स्थल का दौरा करने से पहले उन्होंने राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास से भी मुलाकात की थी। इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने रामलला की मूर्ति को नए अस्थायी स्थल पर स्थानांतरित किए जाने के समय 25 मार्च को दौरा किया था। मुख्यमंत्री ने राम मंदिर निर्माण के लिए निजी तौर पर 11 लाख रुपये का दान भी दिया था।