देश में विधानसभा चुनावों के बाद देश में एग्जिट पोल की बाढ़ आ जाती है. सभी न्यूज़ चैनल अलग-अलग सर्वे एजेंसियों के साथ मिलकर एग्जिट पोल करते हैं. ऐसे में तमाम सर्वे के सामने आने के बाद लोगों के सामने शंका की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. लेकिन इस बात से नकारा नहीं जा सकता कि पिछले कुछ वर्षों में देश में एग्जिट पोल के नतीजे बहुत हद तक सटीक साबित हुए हैं.
तमाम सर्वे एजेंसियों के बीच टुडे’ज चाणक्य के सर्वे ने एक अलग विश्वास कायम किया है. लोकसभा चुनाव से इस विश्वसनीयता की शुरुआत हुई थी. टुडे’ज चाणक्य के सर्वे ने लोकसभा चुनाव में भाजपा के पूर्ण बहुमत का दावा किया था. और अगर सबसे सटीक नतीजों की बात की जाए तो उस दौरान भी टुडे’ज चाणक्य के सर्वे तमाम एजेंसियों के बीच सबसे ज्यादा ऑथेंटिक थे.
अगर इस चुनाव की बात की जाए तो सभी एजेंसियों ने छत्तीसगढ़ में भाजपा के बहुमत का दावा किया था. लेकिन अकेले टुडे’ज चाणक्य ने कांग्रेस के पक्ष में जनता का रुझान दिखाया था. पिछले सभी विधानसभा चुनावों में चाणक्य का सर्वे सटीक साबित हुआ है. टुडे’ज चाणक्य ने अपने सर्वे में दिखाया था कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की लहर है. एग्जिट पोल में कांग्रेस को 50 और भाजपा को 36 सीटें दी थी. तथा अन्य के खाते में 4 सीटें जाती हुई दिखी थी.
जिस प्रकार से टुडे'ज चाणक्य ने एग्जिट पोल के बाढ़ के बीच अपनी विश्वसनीयता हासिल की है, ऐसा लगता है कि आगे आने वाले दिनों में भी लोग इनके एग्जिट पोल पर ही सबसे ज्यादा भरोसा करेंगे.