नई दिल्ली: केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और वी मुरलीधरन ने मंगलवार को सिखों के धर्मग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियों को आदरपूर्वक ग्रहण किया। काबुल से ताजिकिस्तान के दुशांबे होते हुए एयर इंडिया की विशेष उड़ान भारत पहुंची और इसी विमान से गुरू ग्रंथ साहिब की ये तीनों प्रतियां और 44 अफगान सिख यहां लाए गए हैं।
भारत सरकार के साथ अफगानिस्तान से निकासी प्रयासों में समन्वय करने वाले लोगों के अनुसार, गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियों को यहां न्यू महावीर नगर में गुरु अर्जन देव जी गुरुद्वारा ले जाया जाएगा। न्यूयॉर्क के मनदीप सिंह सोबती की ओर से पुनर्वास प्रयासों में समन्वय कर रहे उद्यमी के भल्ला ने कहा,‘‘ अफगान सिख अगला इंतजाम होने तक करोल बाग में एक होटल में ठहरेंगे।’’
उन्होंने बताया कि सोबती और परमजीत सिंह आनंद ने अपने सोबती फाउंडेशन के जरिए और भारत सरकार के मार्गदर्शन में अफगानिस्तान के इन नागरिकों के पुनर्वास का जिम्मा उठाया है। पुरी, मुरलीधरन, सरकारी अधिकारी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता अफगान नागरिकों की अगवानी के लिए सुबह इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचे।
आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री पुरी ने ट्वीट किया,‘‘ आज मुझे काबुल से दिल्ली पहुंचे गुरु ग्रंथ साहिब जी के तीन ‘स्वरूप’ की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने एक वीडियो भी साझा किया जिसमें उन्हें धर्मग्रंथ की प्रति ले जाते हुए दिखाया गया है। सोमवार को भारतीय वायु सेना के विमान से 44 अफगान सिखों सहित 78 लोगों को काबुल से दुशांबे ले जाया गया था।
इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने बताया कि ये लोग एयर इंडिया की उड़ान से सुबह करीब 9.50 बजे (मंगलवार को) दिल्ली पहुंचे। यह फोरम विदेश मंत्रालय और भारतीय वायुसेना के साथ निकासी प्रयासों में समन्वय कर रहा है। चंडोक ने कहा कि गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियों को न्यू महावीर नगर स्थित गुरु अर्जन देव जी गुरुद्वारा ले जाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि लगभग 200 अफगान सिख और हिंदू अभी भी अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं। इन लोगों ने काबुल के करते परवान गुरुद्वारे में शरण ली हुई है, जो हवाई अड्डे के करीब है। चंडोक ने बताया कि लगभग 75 और अफगान सिखों और हिंदुओं को जल्द ही निकाले जाने की संभावना है।