श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान शुक्रवार को सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक नहीं हुई है। कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कश्मीर जोन पुलिस ने यह दावा किया। इस संबंध में कश्मीर जोन पुलिस ने एक के बाद एक तीन ट्वीट कर अपनी सफाई पेश की।
कश्मीर पुलिस ने कहा, यात्रा के मार्ग की ओर केवल आयोजकों द्वारा पहचाने गए अधिकृत व्यक्तियों और तलाशी लेने वाली भीड़ को अंदर जाने की अनुमति दी गई थी। भारत जोड़ो यात्रा के आयोजकों और प्रबंधकों ने बनिहाल से यात्रा में शामिल होने वाले लोगों की बड़ी भीड़ के बारे में सूचित नहीं किया, जो शुरुआती बिंदु के पास ही उमड़ पड़ा था।
सुरक्षा को लेकर पुलिस के बयान कहा गया कि सीएपीएफ की 15 कंपनियों और जेकेपी की 10 कंपनियों सहित आरओपी और क्यूआरटी, रूट डोमिनेशन, लेटरल डिप्लॉयमेंट और एसएफ को हाई-रिज और अन्य तैनाती के लिए तैनात किया गया था।
कश्मीर पुलिस ने कहा कि आयोजकों द्वारा 1 किमी की यात्रा करने के बाद यात्रा को बंद करने का कोई निर्णय लेने से पहले जम्मू कश्मीर पुलिस से परामर्श नहीं किया गया था। शेष यात्रा शांतिपूर्वक जारी रही। सुरक्षा में जरा भी चूक नहीं हुई। हम फुलप्रूफ सुरक्षा मुहैया कराएंगे।
इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने ट्विटर पर यात्रा का एक वीडियो जारी कर कहा कि सुरक्षा की इतनी बड़ी चूक यात्रा के 133 दिनों में नहीं हुई। रस्से कांग्रेस के कार्यकर्ता खींच रहे हैं, कहां है जम्मू कश्मीर की पुलिस? जम्मू कश्मीर में केंद्र का शासन है, इस चूक की ज़िम्मेदारी किसकी? आख़िर राहुल गांधी की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई?
वहीं यात्रा का नेतृत्व करने वाले राहुल गांधी ने कहा कि आज बड़ी संख्या में लोग यात्रा में आए थे, पर एकाएक पुलिस व्यवस्था पूरी तरह ठप्प हो गयी। मेरे सुरक्षाकर्मी मेरे आगे पैदल चलने के ख़िलाफ़ थे। उनकी बात सुनकर मुझे अपनी यात्रा स्थगित करनी पड़ी। आशा करता हूं कि कल और परसों यात्रा के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।