8 दिसम्बर को हुई थी शादी, 16 दिन बाद शहीद, नवविवाहिता ने दी चिता पर विदाई
By भाषा | Published: December 26, 2019 05:56 PM2019-12-26T17:56:56+5:302019-12-26T17:56:56+5:30
सौरभ कटारा मंगलावार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हो गए थे और उनका अंतिम संस्कार भरतपुर जिले के गांव बारौली ब्राह्मण में किया गया। भरतपुर के जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने बताया कि शहीद सौरभ कटारा का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान से किया गया।
जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हुए जवान सौरभ कटारा का गुरुवार को उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया।
सौरभ कटारा मंगलावार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हो गए थे और उनका अंतिम संस्कार भरतपुर जिले के गांव बारौली ब्राह्मण में किया गया। भरतपुर के जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने बताया कि शहीद सौरभ कटारा का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान से किया गया।
पर्यटन व देवस्थान मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने शहीद के पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्वांजलि अर्पित की। एक अधिकारी के अनुसार शहीद कटारा को उनके छोटे भाई अनूप कटारा ने मुखाग्नि दी। इस अवसर पर पुलिस प्रशासन व सेना के अधिकारियों के साथ साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे जिन्होंने शहीद को नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
जम्मू कश्मीर की सेना में कार्यरत जवान सौरभ कटारा कुपवाड़ा में हुए बम ब्लास्ट में शहीद हो गया। शहीद फौजी सौरभ कटारा की 16 दिन पूर्व 8 दिसम्बर को शादी हुई थी। शहीद की पत्नी पूनम व परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हैं। वही प्रशासन ने फौजी सौरभ कटारा के शव की बुधवार शाम तक गांव आने की संभावना जताई हैं।
जानकारी अनुसार, मृतक सौरभ का बुधवार को जन्मदिन था। सौरभ व उसके बड़े भाई की आठ दिसंबर को भी दो सगी बहनों के साथ शादी हुई थी। जिसके बाद छुट्टी पूरी कर पांच दिन पहले ही गांव से नौकरी पर कुपवाड़ा गया था। घटना की सूचना मिलने पर गांव में मातम छा गया। बड़ी संख्या में लोग सौरभ कटारा के घर से कुछ दूरी पर एकत्रित हुए।