वाहन चालक ने लगाया पुलिस अधीक्षक पर आरोप, अधिकारी को हटाया गया
By भाषा | Updated: October 18, 2021 21:59 IST2021-10-18T21:59:41+5:302021-10-18T21:59:41+5:30

वाहन चालक ने लगाया पुलिस अधीक्षक पर आरोप, अधिकारी को हटाया गया
नारायणपुर (छत्तीसगढ़), 18 अक्टूबर छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) के वाहन चालक ने अपने अधिकारी पर सरकारी वाहन को साफ नहीं रखने पर पिटाई करने का आरोप लगाया है। वाहन चालक के आरोपों के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक को वहां से हटा कर मुख्यालय भेज दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि उन्होंने वाहन चालक को सिर्फ फटकार लगाई है।
नारायणपुर जिले में सोमवार को पुलिस अधीक्षक उदय किरण के वाहन चालक जेललाल नेताम ने पुलिस अधीक्षक पर आरोप लगाया है कि उन्होंने कार की सफाई नहीं होने से उसकी (नेताम) पिटाई कर दी थी।
जिला अस्पताल में नेताम ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सुबह जब वह अधिकारी के पास पहुंचा तब वह कार की सफाई नहीं होने पर नाराज हो गए और उसकी पिटाई कर दी।
अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि प्रथम दृष्टया नेताम के शरीर पर कोई बाहरी और आंतरिक चोट नजर नहीं आ रहा है, लेकिन उसे निगरानी में रखा गया है, उसकी हालत स्थिर है।
वहीं सर्व अदिवासी समाज के नारायणपुर जिला इकाई के प्रमुख सोनू कोर्रम ने बताया कि आदिवासी समाज के सदस्यों ने अस्पताल में नेताम से मुलाकात की और न्याय दिलाने के लिए उसके साथ खड़े होने का आश्वासन दिया।
कोर्राम ने बताया कि समाज ने पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नारायणपुर कलेक्टर को राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने नाम ज्ञापन सौंपा है। इसके अलावा उन्होंने पुलिस अधिकारी के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग को लेकर शिकायत की है।
नारायणपुर जिले के कलेक्टर धर्मेश साहू ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि आदिवासी समाज ने वाहन चालक के साथ मारपीट की कथित घटना को लेकर ज्ञापन सौंपा है। इन सभी मुद्दों पर जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वाहन चालक ने छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक संघ को लिखे पत्र में कहा है कि पुलिस अधीक्षक ने उसके साथ मारपीट की है और वह ठीक से चल नहीं पा रहा है, चोटों की वजह से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उसने संघ से इसपर संज्ञान लेने का अनुरोध किया है ताकि उसे न्याय मिल सके।
वर्ष 2015 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी उदय किरण ने आरोपों को निराधार बताया, और कहा कि उन्होंने नेताम को ठीक तरह से काम करने के लिए केवल फटकार लगाई है।
इधर इस घटना के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पुलिस अधिकारी को हटाने का निर्देश दिया है।
बघेल ने एक ट्वीट में कहा कि पुलिस अधिकारियों से अपेक्षा होती है कि वे अपराधियों से सख़्त व्यवहार करें, लेकिन अमर्यादित होकर मातहत कर्मचारी के साथ मारपीट करना क्षमा योग्य नहीं है।
असंयमित व्यवहार करने वाले नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक को हटाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद नारायणपुर जिले के पुलिस अधीक्षक उदय किरण को हटा दिया है। उदय किरण को सहायक पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय के पद पर पदस्थ किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस अधीक्षक मुख्यमंत्री सुरक्षा गिरजा शंकर जायसवाल को पुलिस अधीक्षक नारायणपुर के पद पर पदस्थ किया गया है।
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