बिहार विधानसभा चुनाव की शुरू हुई उल्टी गिनती, CEC ज्ञानेश कुमार 30 सितंबर के बाद आ सकते हैं बिहार दौरे पर
By रुस्तम राणा | Updated: September 22, 2025 16:07 IST2025-09-22T16:07:38+5:302025-09-22T16:07:38+5:30
सूत्रों की मानें तो मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार 30 सितंबर के बाद कभी भी बिहार का दौरा कर चुनाव का ऐलान कर दे सकते हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव की शुरू हुई उल्टी गिनती, CEC ज्ञानेश कुमार 30 सितंबर के बाद आ सकते हैं बिहार दौरे पर
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है। चुनाव आयोग ने भी तैयारियों को अमली जामा पहनाने में पूरी तरह से अपनी ताकत झोंक दी है। सूत्रों की मानें तो मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार 30 सितंबर के बाद कभी भी बिहार का दौरा कर चुनाव का ऐलान कर दे सकते हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ सभी चुनाव आयुक्त पटना पहुंचेंगे और राज्य में चुनावी तैयारियों का जायजा लेंगे। उनके इस दौरे को चुनावी ऐलान के पहले स्थिति का जायजा लेना माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, आयोग 22 नवंबर तक विधानसभा के गठन की समय-सीमा को ध्यान में रखते हुए चुनाव कार्यक्रम का ऐलान दशहरा (2 अक्टूबर) और दिवाली (19 अक्टूबर) के बीच कर सकता है।
हालांकि, इस बीच छठ (25-28 अक्टूबर) का पर्व भी आ रहा है। जिसकी वजह से मतदान की तारीखों को लेकर खास रणनीति बनानी होगी। फिलहाल बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का काम अंतिम चरण में है और मतदाता सूची 30 सितंबर तक प्रकाशित होनी है। माना जा रहा है कि इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद ही आयोग चुनाव की तारीखों की घोषणा करेगा।
पिछले विधानसभा चुनाव 2020 में तीन चरणों में कराए गए थे। पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर, दूसरे चरण की 3 नवंबर और तीसरे चरण की 7 नवंबर को हुआ था। इस बार भी चुनाव बहु-चरणीय होने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में सियासी हलकों में अब सरगर्मी बढ़ गई है। दलों ने अपने-अपने स्तर पर तैयारियां तेज कर दी हैं और प्रत्याशी चयन को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
उल्लेखनीय है कि बिहार में सत्ताधारी गठबंधन (एनडीए-132 सीटें) हैं, जिसमें भाजपा-78, जदयू-45, हम(से)-4, जबकि बागी राजद विधायक-4 और निर्दलीय (एनडीए सहयोगी)-1 शामिल हैं। उधर, महागठबंधन के पास (कुल 110 सीटें) हैं, जिसमें राजद-75, कांग्रेस-19, भाकपा(माले)-12, भाकपा-2 और माकपा के पास 2 विधायक हैं। वहीं, एआईएमआईएम के 1 विधायक हैं।
ऐसे में फिलहाल बिहार में एनडीए बहुमत पर काबिज है। जबकि महागठबंधन भी सत्ता के करीब-करीब के साथ पूरी तरह दमदार स्थिति में है। इसके चलते राजनीतिक दलों ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। पटना से लेकर दिल्ली तक लगातार बैठकें हो रही हैं और जीत की रणनीति बनाई जा रही है। दिलचस्प मुकाबले की उम्मीद की जा रही है।