बेबुनियाद निकले तेजस्वी यादव के बंगले पर फिजूलखर्ची के आरोप, जांच में नही मिली कोई अनियमितता
By एस पी सिन्हा | Published: June 21, 2019 08:54 PM2019-06-21T20:54:55+5:302019-06-21T20:54:55+5:30
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया था कि वे अपने उपमुख्यमंत्री कार्यकाल में पांच देशरत्न मार्ग बंगले में हाई लेवल की सजावट और कई प्रकार के फिजूल खर्च किए थे.
पटना, 21 जूनः बिहार में भवन निर्माण विभाग ने अपनी जांच रिपोर्ट में यह बात साफ कर दी है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बंगले की साज-सज्जा पर कोई फिजूलखर्ची नहीं की गई थी. भवन निर्माण विभाग ने तेजस्वी यादव पर लगे फिजूखर्ची के आरोपों को नकार दिया है. विभाग ने जांच में ये पाया कि बंगले में कोई भी अनावश्यक खर्च नहीं किया गया है.
दरअसल, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया था कि वे अपने उपमुख्यमंत्री कार्यकाल में पांच देशरत्न मार्ग बंगले में हाई लेवल की सजावट और कई प्रकार के फिजूल खर्च किए थे. जिस पर सुशील मोदी ने भवन निर्माण से यह मांग की थी कि इस भवन की जांच की जाए.
विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने अपने महकमें के इंजीनियरों को क्लीन चिट देते हुए 5 देश रत्न मार्ग स्थित तेजस्वी के बंगले पर हुए खर्च को वाजिब करार दिया और स्पष्ट किया कि यहां कोई अपव्यय नहीं हुआ था. जाहिर है इसी के साथ उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के वे आरोप खारिज हो गए हैं, जिसमें उन्होंने तेजस्वी के बंगले पर फिजूलखर्जी की बात कही थी.
यहां बता दें कि उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने तत्कालीन डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बंगले में करोड़ों की राशि बेवजह खर्च करने के आरोप लगाए थे. तब भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी ने भी 5 इंजीनियरों के विरुद्ध कार्रवाई करने की कही थी और जांच रिपोर्ट में 5 इंजीनियरों को इस मामले में दोषी होने की बात कही थी. वहीं, बकौल प्रधान सचिव करोडों की राशि खर्च हुई थी. लेकिन वे विभिन्न मदों में और अलग-अलग वक्त पर किए गए थे.
अगर यही राशि एक साथ खर्च की जाति तो इसके लिये वित्त विभाग या फिर कैबिनेट से मंजूरी लेनी पड़ती, जो संभव नहीं था. ऐसे में प्रधान सचिव के क्लीन चिट के बाद यह साफ हो गया है कि तेजस्वी पर लगे आरोपों में कोई सत्यता नहीं थी. हालांकि आगे से इतनी बडी राशि सिर्फ साज-सज्जा के नाम पर खर्च नहीं हो, इसके लिए प्रधान सचिव ने गाइड लाइन भी जारी की है. इसको लेकर विभाग ने अपने इंजीनियरों को नोटिस भी जारी कर दिया है.
वहीं, राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा है कि सुशील मोदी के इस मांग पर भवन निर्माण विभाग ने इस बंगले की जांच की. बंगले की संपूर्ण जांच में कहीं कोई अनियमितता नही पाई गई है. इस बंगले में कोई भी ऐसी फिजूल खर्च नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने जो भी आरोप लगाए थे, इस बंगले में फिजूलखर्च को लेकर वे सब बेबुनियाद हैं. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी ने तेजस्वी पर लगाए थे, वो निराधार निकला. अब ऐसे में सुमो क्या कहेंगे. अब उन्हें क्षमा मांगनी चहिये.