पटना: बिहार की राजधानी पटना में शनिवार को हुई राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की शक्तियां बढ़ाने पर बड़ा फैसला हुआ। राजद के तमाम बड़े नेताओं की मौजूदगी में तेजस्वी यादव को पार्टी से जुड़े फैसलों को लेने के लिए राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अधिकार दे दिया। अब चुनाव में उम्मीदवार तक का नाम तेजस्वी यादव ही तय करेंगे।
बैठक में लालू यादव ने कहा कि चुनाव का बिगुल बज चुका है, तैयारी शुरू कर दें। 2 घंटे चली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लालू यादव, तेजस्वी यादव, तेजप्रताप, मीसा भारती, राबड़ी देवी, और रोहिणी आचार्य सहित पार्टी के सांसदों और विधायकों के साथ कई बड़े नेता शामिल हुए।
बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि पार्टी ने कई अहम फैसले लिए हैं। उन्होंने बताया कि पार्टी के संगठन चुनाव के लिए रामचंद्र पूर्वे को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बनाया गया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बैठक में कई राजनीतिक प्रस्तावों पर चर्चा हुई।
मनोज झा ने लालू प्रसाद यादव के हवाले से कहा कि अब बिहार में सत्ता परिवर्तन का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी पूरी तरह से तैयार है और बिहार की जनता बदलाव के मूड में है। बैठक में सत्ता परिवर्तन को लेकर रणनीति तैयार की गई और विभिन्न राजनीतिक प्रस्तावों पर चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि बैठक में संगठन चुनाव को लेकर भी अहम फैसले लिए गए हैं। पार्टी ने संगठन के सभी स्तरों पर मजबूत कार्यकर्ताओं को जगह देने और संगठन को धारदार बनाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि यह बैठक पार्टी को नई दिशा देने और आगामी चुनावों के लिए बेहतर तैयारी करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
वहीं, राजद के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि राजद ने अपने संविधान की धारा 35ए में बदलाव किया गया है। पार्टी के संविधान की ये धारा कहती है कि सारे बड़े फैसले लेने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिकृत होंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष ही चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारों को सिंबल जारी करेंगे। लेकिन आज की बैठक में पार्टी के संविधान की इस धारा में संशोधन कर दिया गया।
अब तेजस्वी यादव भी पार्टी के अहम फैसले ले सकेंगे। भाई वीरेंद्र ने कहा कि अब लालू जी के साथ साथ तेजस्वी यादव को भी बराबर की जिम्मेवारी दी गई है। दोनों में से कोई भी पार्टी का बड़ा फैसला ले सकेगा। राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ये प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। इससे पार्टी और मजबूत होगी।
दरअसल, किसी भी पार्टी में सबसे अहम वह नेता होता है, जिसके साइन से चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारों को सिंबल दिया जाता है। पिछले लोकसभा चुनाव में लालू यादव ही पार्टी के उम्मीदवारों को सिंबल दे रहे थे। अब सिंबल जारी करने का अधिकार तेजस्वी यादव को दे दिया गया है। यानि अब तेजस्वी यादव ही उम्मीदवार का नाम तय करेंगे और खुद ही सिंबल भी देंगे।
बता दें कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से 10 महीने पहले, आज राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में पार्टी के सांसदों और विधायकों को शामिल होने का निर्देश दिया गया था। वहीं राजद के सबसे बड़ी बैठक से प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने दूरी बना ली और वह नहीं पहुंचे।
इनके साथ ही राजद सांसद सुधाकर सिंह भी गायब रहे। हालांकि इसको लेकर मनोज झा ने सफाई देते हुए कहा कि जगदानंद सिंह की तबीयत ठीक नहीं होने से नही उपस्थित हुए, जबकि सुधाकर सिंह मुंबई गए हुए हैं।