बसंत पंचमी के मौके पर तेजप्रताप यादव ने शुरू किया नया बिजनेस, जानें क्या है कंपनी का नाम
By एस पी सिन्हा | Published: February 5, 2022 06:17 PM2022-02-05T18:17:49+5:302022-02-05T18:20:13+5:30
लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव ने चावल भी बेचना शुरू कर दिया है। हालांकि, इससे पहले वो अगरबत्ती का व्यवसाय कर रहे हैं।
पटना: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव राजनीति के साथ ही अब अपने नए कारोबार की तरफ एक कदम और बढ़ा दिया है। तेजप्रताप अगरबत्ती का व्यवसाय तो पहले से ही कर रहे हैं। लेकिन अब उन्होंने चावल भी बेचना शुरू कर दिया है। उन्होंने अपने पिता लालू प्रसाद यादव और मां राबड़ी देवी के नाम पर बनाई गई कंपनी 'एलआर' ब्रांड नाम से एलआर राइस एंड मल्टीग्रेन को आज बसंत पंचमी के दिन लांच किया।
बताया जाता है कि 'एलआर' ब्रांड राइस एंड मल्टीग्रेंस प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा पहले केवल पूरे बिहार में चावल का व्यापार किया जाना है।
तेजप्रताप यादव इस कंपनी के प्रबंध निदेशक भी हैं। आज लांच किये जाने के मौके पर दिल्ली से लालू प्रसाद यादव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। वहीं इस मौके तेजप्रताप ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने व रोजगार सृजन के लिए उन्होंने इसका आरंभ किया। इसका मुख्य उद्देश्य बिहार के धान उत्पादकों को बेहतर मूल्य दिलाना, उनके उत्पाद की अच्छी ब्रांडिंग, बेहतर मुनाफा सुनिश्चित कराना है। उन्होंने कहा कि एलआर ब्रांड के तहत बासमती चावल, आटा, बेसन, मैदा, सत्तू को शामिल किया गया है।
तेजप्रताप ने बताया कि किसानों को इससे जोड़ा जाएगा। उनके कृषि उत्पाद को वह खरीदेंगे। इससे बिहार के किसानों की आय में वृद्धि के साथ-साथ समृद्ध व सशक्त बनाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य अपना उपजाऊ, खाओ और अपना कमाओ है। तेजप्रताप ने कहा कि हम लोग यदुवंशी हैं, शुरू से बिजनेस (व्यवसाय) में रहे हैं। हम नौजवानों को रोजगार देने का काम कर रहे हैं। 19 लाख देने का वादा किया था मोदी सरकार ने। कोई भी नौजवान आये तो अपने फैक्ट्री में रोजगार देंगे। उन्होंने नारा दिया है कि अपना उगाइये अपना खाइए।
सरकार किसानों के साथ दुर्व्यवहार कर रही है। हम लोग किसानों से खरीदेंगे, जिससे किसानों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि कृषि, खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में बिहार को अग्रणी बनाने की कोशिश करेंगे। इस क्षेत्र में बिहार में अपार संभावनाएं हैं। स्थानीय व उच्च गुणवत्ता पूर्ण खाद्य पदार्थों को पहुंचाना ही उनका ध्येय है। पहले अगरबत्ती का शुरुआत किये, कोरोना में सब परेशान थे तो हम लोग लालू रसोई शुरू किये। किसान को फायदा पहुचने के लिए ये काम शुरू किये। उन्होंने कहा कि इसे राज्य में जिला और ब्लॉक स्तर पर वितरक बहाल करने की भी योजना है।