तमिलनाडु विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष पॉल हेक्टर पांडियन का शनिवार (4 जनवरी) को चेन्नई के निजी अस्पताल में 74 वर्ष की आयु में देहांत हो गया है। दिवंगत पांडियन की बीते कुछ महीनों से तबीयत खराब चल रही थी।
जिसके बाद उन्हें तमिलनाडु के वेल्लौर शहर के क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था। यहां पर उनका दिल की बीमारी का पिछले साल सिंतबर से इलाज चल रहा था। इन्हें पीएच पांडियन के नाम से भी जाना जाता था।
दिवंगत पांडियन ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के वरिष्ठ नेता थे। ये एआईएडीएमके पार्टी से 1972 में जुडे़ थे। जिसके बाद वह 1985 से 1987 विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे। जब एमजी रामचंद्रन राज्य के मुख्यमंत्री थे। पांडियन एमजी रामचंद्रन की मृत्यु के बाद दो साल और 1989 तक अध्यक्ष पद पर रहे थे। एमजीआर की मृत्यु के बाद एआईएडीएमके पार्टी दो टुकड़ों में बंट गई थी।
पांडियन चार बार विधायक भी रहे हैं। इसके अलावा वह 1999 में तिरुनेलवेली से सांसद भी बने थे। पांडियन का जन्म 1945 में तिरुनेलवेली में हुआ था। पांडियन 1987 में सुर्खियों में तब आ गए थे, जब उन्होंने विधायिका का अपमान करने के संबंध में तमिल पत्रिका आनंदा विकटन के मालिक एस. बालासुब्रह्मण्यम को जेल भेजने के मामले में कहा था कि विधानसभा अध्यक्ष के पास बहुत शक्ति होती है। पत्रिका में एक अपमानजनक कार्टून प्रकाशित हुआ था।
तमिलनाडु के मत्स्य पालन मंत्री डी जयकुमार ने पांडियन के निधन पर शोक जाताया। उन्होंने कहा कि पांडियन के निधन से पार्टी और राज्य के लिए क्षति है। इसके अलावा पांडियन के निधन पर तेलगांना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरसाजन ने कहा कि तमिलनाडु विधानसभा और लोकसभा में उन्होंने दक्षिणी तमिलनाडु का मजबूती से प्रतिनिधित्व किया। साथ ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की तमिलनाडु इकाई के सचिव आर. मथुरासन ने भी पांडियन के निधन पर गहरा शोक जताया।