नागरिकता संशोधन बिल आज राज्य सभा में पेश हो गया। इस बिल पर बहस के लिए 6 घंटे का समय तय किया गया था। इस दौरान डीएमके सांसद तिरुची शिवा ने भजपा सरकार के इस फैसले का विरोध किया। शिवा ने कहा कि आपके पास देश के एक वर्ग को पीड़ित महसूस कराने का जनादेश प्राप्त है। आप इस बिल के जरिए समाज के एक बड़े वर्ग को मुख्यधारा से अलग-थलग कर देंगे।
आपको बता दें कि इस बिल पर बहस के दौरान समाजवादी पार्टी के नेता जावेद अली खान ने कहा कि एनआरसी व कैब के जरिए यह सरकार जिन्ना के सपने को पूरा करना चाहती है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि याद कीजिए, 1949 में सरदार पटेल ने कहा था कि 'हम भारत में वास्तव में धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र की नींव रख रहे हैं।"
कैब के समर्थन में भाजपा सरकार को जदयू का साथ मिला है। हालांकि, शिवसेना ने इस बिल का समर्थन नहीं किया है। यह भी कहा जा रहा है कि लोकसभा में बिल के समर्थन की वजह से कांग्रेस सुप्रीमो के खासी नाराजगी का सामना करने के बाद शिवसेना ने बिल के समर्थन में नहीं जाने का फैसला किया है।
कांग्रेस की तरफ से आनंद शर्मा ने इस बिल को लेकर सरकार पर जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि अमित शाह कांग्रेस को टू नेशन थ्योरी के लिए जिम्मेदार मानते हैं। लेकिन, सच यह है कि हिन्दू महासभा की बैठक में सबसे पहले इस थ्योरी को स्वीकार किया गया है।