बिहार उद्योगों के लिए एक मित्रवत प्रदेश कभी नहीं रहा। लेकिन राज्य के उद्योग मंत्री के तौर पर सैयद शाहनवाज हुसैन के सामने चुनौती कठिन थी- बिहार में औद्योगिक निवेश लेकर आना। अब बिहार की छवि कैसे बदल रही है, इस बारे में अटल बिहारी वाजपेयी मंत्रिमंडल के सबसे युवा मंत्री रहे हुसैन ने लोकमत मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर (बिजनेस एवं पॉलिटिक्स) शरद गुप्ता से लंबी बात की। प्रस्तुत है मुख्य अंश...
-आपने अभी दिल्ली में निवेशकों का सम्मेलन आयोजित किया। क्या नतीजा रहा?
यह ऐतिहासिक समारोह था। देश-विदेश की 170 कंपनियों ने शिरकत की। इनमें अडानी, लुलु ग्रुप, आईटीसी, एचयूएल, कोका कोला, अमेजन, फ्लिपकार्ट, सैमसंग, अमूल, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, पतंजलि, ऊषा मार्टिन, होंडा, एल एंड टी, अरविंद मिल्स, टाटा ब्लूस्कोप, केईआई इंडस्ट्रीज, श्री सीमेंट, अंबुजा समेत देश की कई बड़ी और नामी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने हमारी इन्वेस्टर्स मीट में भाग लिया। यह मीट बिहार के भविष्य का एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन साबित होगी।
-क्या बिहार में उद्योगों की संभावना पहली बार तलाश की जा रही है?
नहीं, इससे पहले 2006 में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने एक इन्वेस्टर्स मीट आयोजित की थी। उसके बाद छोटे-मोटे कई प्रयास हुए। लेकिन हां, इतने बड़े पैमाने पर पहली बार निवेशकों ने बिहार में रुचि जताई।
-क्या ये सब कंपनियां बिहार में निवेश करने जा रही हैं?
लुलु इंटरनेशनल के चेयरमैन और एमडी एमए यूसुफ अली ने बिहार में फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में निवेश करने के साथ ही एक शॉपिंग मॉल भी बनाने की घोषणा की। अडानी ग्रुप लॉजिस्टिक्स में गया में और फूड प्रोसेसिंग में मुजफ्फरपुर में निवेश करेगा। आईटीसी ग्रुप के चेयरमैन संजीव पुरी ने भी मुजफ्फरपुर में एक बड़े निवेश का वादा किया है। आईटीसी के पहले से ही बिहार में 9 उत्पादन प्लांट हैं। अंबुजा सीमेंट बाढ़ में 12 सौ करोड़ रुपए निवेश करेगा। श्री सीमेंट भी एक प्लांट लगाने जा रहा है। फ्लिपकार्ट और अमेजन भी बिहार में निवेश की संभावना देख रहे हैं।
-लगभग कितने निवेश का वादा इस इन्वेस्टर्स मीट में किया गया है?
हमने किसी से कोई वादा नहीं लिया है। यह सम्मेलन मुख्य रूप से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिहार की छवि बदलने का प्रयास था। छवि बदलेगी तो उद्योग भी आएंगे। इसीलिए हमने नारा दिया है- एक बार तो आइए बिहार में।
-काफी समय से बिहार राजनीतिक अस्थिरता की गिरफ्त में है। आशंका है कि नीतीश कुमार की सरकार कभी भी गिर सकती है। ऐसे में कोई भी उद्योगपति आपकी बात पर क्यों भरोसा करेगा?
नहीं ऐसा नहीं है। भाजपा के पास भले ही अधिक विधायक हों लेकिन हमने हमेशा नीतीश कुमार जी में भरोसा जताया था और उनको अगले चुनाव तक मुख्यमंत्री बनाए रखने का वादा किया है। यह वादा हम पूरी शिद्दत से निभाएंगे।