दिल्ली में एनकाउंटर के बाद ISIS का संदिग्ध गिरफ्तार, आरोपी के पास से आईईडी बरामद
By सुमित राय | Published: August 22, 2020 08:53 AM2020-08-22T08:53:59+5:302020-08-22T09:08:00+5:30
दिल्ली के धौलाकुआं से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मुठभेड़ के बाद आतंकी को गिरफ्तार किया है, जिसका संबंध आईएसआईएस से बताया जा रहा है।
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल को बड़ी सफलता हाथ लगी है और शनिवार को धौलाकुआं इलाके से मुठभेड़ के बाद एक आतंकी को गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि आतंकी का संबंध आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) से है और उसके पास से भारी मात्रा में आईईडी बरामद किया गया है। अब पुलिस इस बात का पता लगाने के कोशिश कर रही है कि आखिर वह दिल्ली में किस उद्देश्य से रह रहा था।
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया, "धौलाकुआं में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के द्वारा मुठभेड़ के बाद एक आईएसआईएस ऑपरेटिव को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के पास से आईईडी भी बरामद किया गया है।"
One ISIS operative arrested with Improvised Explosive Devices (IEDs) by our Special Cell after an exchange of fire at Dhaula Kuan: Pramod Singh Kushwaha, Delhi Deputy Commissioner of Police (DCP), Delhi Police Special Cell pic.twitter.com/nIJrR03iUA
— ANI (@ANI) August 22, 2020
हाल ही में 2 व्यक्तियों ने किया था कोर्ट में सरेंडर
बता दें कि आईएसआईएस द्वारा भारत में आपराधिक साजिश रचने के एक मामले में दो व्यक्तियों ने बुधवार (19 अगस्त) को दिल्ली की एक अदालत के समक्ष अपना अपराध स्वीकार करते हुए सरेंडर किया था। आरोपी अबु अनस और नजमुल हुडा के वकील कौसर खान ने कहा कि दोनों आरोपियों ने अदालत के समक्ष अपना प्रतिवेदन दिया।
गलती स्वीकार करते हुए आरोपियों ने अदालत को बताया कि उन्हें उनके खिलाफ कथित कृत्यों के लिये पछतावा है और कहा कि भविष्य में वे ऐसे कृत्य या गतिविधियों में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि वे समाज की मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं और पुनर्वास चाहते हैं। उनकी याचिका में कहा गया,"आरोपियों का पूर्व में कोई आपराधिक इतिहास नहीं है और जेल के अंदर भी उनका आचरण संतोषजनक था तथा उनके खिलाफ कुछ भी नहीं है… आरोपी बिना किसी दबाव, धमकी, अनावश्यक प्रभाव के स्वत: जुर्म स्वीकार कर रहे हैं और इसका परिणाम समझते हैं"
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने नौ दिसंबर 2015 को यह मामला दर्ज किया था जो भारत में अपना आधार बढ़ाने के लिये आईएसआईएस द्वारा मुस्लिम युवाओं को संगठन से जोड़ने से संबंधित था। ये लोग विभिन्न सोशल मीडिया मंचों से इन युवाओं को बहकाकर संगठन से जोड़ने की फिराक में थे। एनआईए ने 2016-17 में 16 लोगों के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किया था। बता दें कि आतंकी संगठन देश में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिये विभिन्न सोशल मीडिया मंचों के जरिये युवाओं को भर्ती कर अपना आधार मजबूत करना चाहता था।