Supreme Court: उच्चतम न्यायालय के नौ नए न्यायाधीशों के 31 अगस्त को प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) एन वी रमण द्वारा शपथ दिलाए जाने की संभावना है।
न्यायालय सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। केंद्र ने नियुक्ति के लिए तीन महिलाओं सहित नौ न्यायाधीशों के नामों को मंजूरी दे दी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने न्यायमूर्ति बी वी नागरत्ना सहित नौ न्यायाधीशों की नियुक्ति के आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं।
न्यायमूर्ति नागरत्ना सितंबर 2027 में पहली महिला सीजेआई बनने की कतार में हैं। सूत्रों ने बताया कि नौ नए न्यायाधीशों में से चार विभिन्न उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश हैं और उन्हें वहां अपना प्रशासनिक और न्यायिक कार्य पूरा करने के लिए कुछ समय चाहिए।
उन्होंने कहा कि सभी उच्च न्यायालयों में शुक्रवार सप्ताह का अंतिम कार्य दिवस होता है और न्यायाधीशों को वहां अपना काम पूरा करने के लिए कम से कम एक कार्य दिवस की आवश्यकता है। उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 34 है और अभी 10 पद रिक्त हैं। अगले हफ्ते नए न्यायाधीशों के शपथ लेने के बाद सर्वोच्च अदालत में एक पद रिक्त रह जाएगा।
मध्य प्रदेश में नए न्यायाधीश की नियुक्ति, कलकत्ता उच्च न्यायालय में पांच अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त
प्रणय वर्मा को बृहस्पतिवार को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया। वर्मा की नियुक्ति उनके पदभार ग्रहण करने की तारीख से प्रभावी होगी। कानून मंत्रालय की अधिसूचना में यह जानकारी दी गई। एक अन्य अधिसूचना के मुताबिक, मंत्रालय ने कहा कि के डी भूटिया, रबींद्रनाथ सांमत, सुगत मजूमदार, बिवास पटनायक और आनंद कुमार मुखर्जी को कलकत्ता उच्च न्यायालय में बतौर अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।
अधिसूचना के मुताबिक, कलकत्ता उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में मजूमदार और पटनायक की नियुक्ति उनके कार्यभार ग्रहण करने की तारीख से दो साल की अवधि के लिए होगी। इसके मुताबिक, '' के डी भूटिया, रबींद्रनाथ सांमत और आनंद कुमार मुखर्जी का कार्यकाल उनके पदभार ग्रहण करने के बाद क्रमश: चार मई, 2022, 23 जून, 2023 और चार अगस्त 2022 तक होगा।''