नई दिल्ली: पिछले दिनों कांग्रेस से तीन पीढ़ियों के और करीब 50 साल पुराने रिश्ते को अलविदा कहने वाले पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति (पीपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया।
भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में जाखड़ ने केंद्र की सत्ताधारी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की।
जाखड़ ने कहा कि मेरे परिवार की तीन पीढ़ियों ने पिछले 50 वर्षों में कांग्रेस पार्टी की सेवा की है। आज मैंने पंजाब में राष्ट्रवाद, एकता और भाईचारे के मुद्दों पर कांग्रेस के साथ 50 साल पुराना नाता तोड़ दिया है।
नड्डा ने भाजपा का पट्टा पहना कर जाखड़ का पार्टी में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मैं सुनील जाखड़ का भारतीय जनता पार्टी में स्वागत करता हूं। वह एक अनुभवी राजनीतिक नेता हैं जिन्होंने अपने राजनीतिक जीवन के दौरान अपने लिए एक नाम बनाया। मुझे विश्वास है कि वह पंजाब में पार्टी को मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभाएंगे।
पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पिछले महीने कांग्रेस में सभी पदों से हटा दिये गए जाखड़ ने 14 मई को फेसबुक के जरिए देश की सबसे पुरानी पार्टी को ‘‘गुड लक और गुडबाय कांग्रेस’’ कह दिया था।
कांग्रेस छोड़ने की घोषणा करते हुए उन्होंने ‘‘दिल्ली में बैठे’’ कुछ नेताओं, खासकर अंबिका सोनी पर हमला किया था और कहा था कि जब तक ऐसे नेताओं से कांग्रेस को मुक्ति नहीं मिलेगी, तब तक वह पंजाब में अपना जनाधार नहीं बना सकती।
उल्लेखनीय है कि पंजाब में अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सोनी ने ही पिछले साल कहा था कि कांग्रेस को किसी सिख नेता को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए।
खुद जाखड़ भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में थे। तीन बार पंजाब विधानसभा के सदस्य रह चुके सुनील जाखड़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष दिवंगत बलराम जाखड़ के पुत्र हैं। बलराम जाखड़ मध्य प्रदेश के राज्यपाल भी रहे हैं।