समुद्र में बढ़ी भारत की ताकत, नौसेना के बेड़े में शामिल हुई 'आईएनएस वेला', जानें इस पनडुब्बी की खासियत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 25, 2021 10:27 AM2021-11-25T10:27:42+5:302021-11-25T10:27:42+5:30
आईएनएस वेला चौथी स्टील्थ स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी यह नौसेना के‘प्रोजेक्ट 75’ का हिस्सा है जिसमें स्कॉर्पीन डिजाइन की छह पनडुब्बियों का निर्माण शामिल है। इनमें से तीन पनडुब्बियों - कलवरी, खंडेरी, करंज - को पहले ही सेवा में शामिल किया जा चुका है।
मुंबई: भारतीय नौसेना के बेड़े में आज आधुनिक तकनीकी से लैस पनडुब्बी 'आईएनएस वेला' को शामिल किया गया है। इस पनडुब्बी के शामिल होने से इंडियन नेवी की युद्धक क्षमता में बढ़ोतरी होगी। आईएनएस वेला को मुंबई स्थित नेवल डॉकयार्ड में नेवी चीफ एडमिरल करमबीर सिंह के द्वारा नौसेना में कमिशन किया गया। हिन्द महासागर में चीन की बढ़ती ताकत के खिलाफ इस पनडुब्बी को बेहद अहम माना जा रहा है।
इस अवसर पर भारतीय नौसेना प्रमुख ने कहा कि आईएनएस वेला में पनडुब्बी संचालन के पूरे स्पेक्ट्रम को शुरू करने की क्षमता है। आज की गतिशील और जटिल सुरक्षा स्थिति को देखते हुए, इसकी क्षमता और मारक क्षमता भारत के समुद्री हितों की रक्षा के लिए नौसेना की क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
INS Vela has the ability to undertake an entire spectrum of submarine operations. Given today's dynamic& complex security situation,its capability & firepower will play a crucial role in enhancing Navy's ability to protect India's maritime interests: Navy Chief Adm Karambir Singhpic.twitter.com/QKSazcb4Z0
— ANI (@ANI) November 25, 2021
चौथी स्टील्थ स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी
आईएनएस वेला चौथी स्टील्थ स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी यह नौसेना के‘प्रोजेक्ट 75’ का हिस्सा है जिसमें स्कॉर्पीन डिजाइन की छह पनडुब्बियों का निर्माण शामिल है। इनमें से तीन पनडुब्बियों - कलवरी, खंडेरी, करंज - को पहले ही सेवा में शामिल किया जा चुका है।
आईएनएस वेला का है नया अवतार
यह आईएनएस का नया अवतार है। दरअसल, आईएनएस वेला का पिछला अवतार 31 अगस्त, 1973 को सेवा में शामिल किया गया था और यह 25 जून, 2010 को सेवा से हटी थी। इसने 37 वर्षों तक राष्ट्र की महत्वपूर्ण सेवा की थी।
समंदर में बढ़ रही भारत की ताकत
लगातार भारत समुद्र में अपनी ताकत बढ़ा रहा है। इससे पहले भारतीय नौसेना के बेड़े में सबसे शक्तिशाली युद्धपोतों में से एक आईएनएस विशाखापत्तनम को शामिल किया गया है। यह युद्धपोत कई आधुनिक मिसाइल से लैस है, जिसके द्वारा लड़ाकू विमान, सबमरीन, ड्रोन आदि को नष्ट किया जा सकता है।