नयी दिल्ली, एक दिसंबर दिल्ली के विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्रों ने मंगलवार को सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ एकजुटता प्रदर्शित की।
क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) के सदस्य प्रदर्शनकारी छात्रों ने तीनों कृषि कानून बिना शर्त वापस लिए जाने की मांग करते हुए भाजपा नीत केंद्र सरकार से इन 'जन विरोधी कानूनों' को लेकर लोगों से माफी मांगने को कहा।
केवाईएस की ओर से जारी एक वक्तव्य में कहा गया, “हमने आंदोलन के समर्थन में विभिन्न राज्यों में प्रदर्शन किया है। समाज के सबसे शोषित वर्ग- कृषि क्षेत्र द्वारा जिन मुद्दों का सामना किया जा रहा है हम उन्हें सामने लाना चाहते हैं। नए कानूनों को लागू कर भाजपा सरकार अमीर किसानों और कारपोरेट जगत के लोगों को फायदा पहुंचाना चाहती है और छोटे किसानों को पूरी तरह बर्बाद करना चाहती है।
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