पूर्वोत्तर की विधानसभाओं के अध्यक्ष नस्लीय मुद्दों पर ओम बिरला को लिखेंगे पत्र
By भाषा | Published: June 12, 2021 09:04 PM2021-06-12T21:04:50+5:302021-06-12T21:04:50+5:30
शिलांग, 12 जून पूर्वोत्तर के आठ राज्यों के विधानसभा अध्यक्षों ने क्षेत्र के बाहर लोगों द्वारा सामना किए जाने वाले नस्लीय मुद्दों को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखने का फैसला किया है। अरुणाचल प्रदेश के एक विधायक के खिलाफ कथित नस्लीय टिप्पणी के लिए सोशल मीडिया इनफ्लूएंसर पारस सिंह की गिरफ्तारी के बाद यह निर्णय किया गया।
मेघालय के विधानसभा अध्यक्ष मेतबा लिंग्दोह ने शनिवार को कहा कि वह इस समस्या के समाधान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखेंगे। लिंग्दोह ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘पूर्वोत्तर के आठ राज्यों के विधानसभा अध्यक्षों ने क्षेत्र के बाहर रह रहे पूर्वोत्तर के नागरिकों द्वारा सामना किए जाने वाले नस्लीय मुद्दे के समाधान के लिए लोकसभा अध्यक्ष को एक पत्र भेजने का फैसला किया है।’’
उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष पसांग दोरजी की अध्यक्षता में शुक्रवार को ‘कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन’ की डिजिटल माध्यम से हुई बैठक में यह फैसला किया गया। ऐसी कई घटनाएं सामने आयी हैं जब पूर्वोत्तर के अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा के लोगों को क्षेत्र के बाहर देश में विभिन्न स्थानों में नस्लीय टिप्पणी का सामना करना पड़ा।
मोबाइल गेम से संबंधित यूट्यूब चैनल पर पारस सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के वरिष्ठ विधायक निनोंग एरिंग को कथित तौर पर ‘‘गैर भारतीय’’ और राज्य को चीन का हिस्सा बताया था। सिंह को पूर्वोत्तर के राज्यों के लोगों के प्रति दुर्भावना और घृणा प्रदर्शित के कारण 25 मई को पंजाब के लुधियाना में गिरफ्तार किया गया। उसके बाद उसे अरुणाचल प्रदेश लाया गया और ईटानगर की एक अदालत ने शनिवार को उसे जमानत दे दी।
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