नई दिल्ली: केंद्र ने विवादों में घिरीं परिवीक्षाधीन आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के उम्मीदवारी दावों और अन्य विवरणों की जांच के लिए गुरुवार को एक सदस्यीय समिति का गठन किया। खेडकर पर दिव्यांगता और ओबीसी कोटा का दुरुपयोग करने का आरोप है।
केंद्र ने एक बयान में कहा कि 2023 बैच की अधिकारी, जिन्हें महाराष्ट्र कैडर आवंटित किया गया है, की उम्मीदवारी के दावों और अन्य विवरणों को सत्यापित करने के लिए एक अतिरिक्त सचिव स्तर के अधिकारी द्वारा जांच की जाएगी। समिति दो सप्ताह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
इस बीच एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने कहा कि अगर खेडकर दोषी पाई गईं तो उन्हें बर्खास्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर तथ्य छिपाने और गलत बयानी के आरोप सही पाए गए तो उन्हें आपराधिक आरोपों का भी सामना करना पड़ सकता है।
खेडकर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल होने के लिए शारीरिक दिव्यांगता श्रेणी और अन्य पिछड़ा वर्ग कोटा के तहत लाभों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है। उन्हें अनुचित व्यवहार के आरोपों के कारण सोमवार को पुणे से वाशिम स्थानांतरित कर दिया गया था। बढ़ते दबाव के बावजूद खेडकर ने आरोपों पर टिप्पणी करने से परहेज किया और कहा कि सरकारी नियमों के कारण वह इस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं कर सकतीं।