नागरिकता संसोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में कुछ विपक्षी दलों के नेताओं ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार लोगों की आवाज दबा रही है तथा ऐसे कानून बना रही है जो जनता को स्वीकार्य नहीं हैं।
उन्होंने आगे कहा 'विरोध करना लोकतंत्र का अधिकार है, जामिया में पुलिस कार्रवाई गलत है।' सीताराम येचुरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मोदी सरकार संविधान का उल्लंघन कर रही है। कोविंद से मुलाकात के लिए दौरान सोनिया गांधी के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, एके एंटनी, पी चिदंबरम, सपा नेता रामगोपाल यादव राष्ट्रपति भवन पहुंचे।
विपक्ष ने जामिया के छात्रों पर रविवार को हुई पुलिसिया कार्रवाई के मामले में न्यायिक जांच की मांग की है। विपक्ष के नेताओं ने सोमवार को कहा था कि वे पुलिस की कार्रवाई तथा नागरिकता कानून में संशोधन के विषय पर राष्ट्रपति के साथ मिलकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे।
उधर, नागरिकता संशोधित कानून (सीएए) के खिलाफ मंगलवार को एकबार फिर दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला है। पूर्वोत्तर दिल्ली के सीलमपुर में स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव किया है और डीटीसी बस में तोड़फोड़ की है। प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए दिल्ली पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, विरोध में जाफराबाद इलाके में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। प्रदर्शनकारियों ने विरोध के दौरान पथराव भी किया। दो बसों में तोड़फोड़ की गई है। इलाके की स्थिति पर नजर रखने के लिए पुलिस ड्रोन का इस्तेमाल किया है। वहीं, पुलिस का कहना है कि इलाके में स्थिति अब काबू में है।