सोनिया गांधी 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में आयोजित विपक्षी दलों की बैठक में ले सकती हैं हिस्सा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 12, 2023 02:21 PM2023-07-12T14:21:12+5:302023-07-12T14:26:02+5:30
सोनिया गांधी 17-18 जुलाई को बेंगलुरु होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में स्वयं मौजूद रह सकती हैं। इस संबंध में पार्टी की ओर से बताया गया है कि सोनिया गांधी बैठक में हिस्सा लेने वाले नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज की मेजबानी कर सकती है।
नयी दिल्ली: कांग्रेस की पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी 17-18 जुलाई को बेंगलुरु होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में स्वयं मौजूद रहेंगी। इस संबंध में कांग्रेस पार्टी की ओर से कहा गया है कि सोनिया गांधी 18 जुलाई को तयशुदा विपक्षी दलों की दूसरी बैठक में हिस्सा लेने वाले नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज की मेजबानी कर सकती हैं।
इससे पहले 24 जून को नीतीश कुमार द्वारा पटना में बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में सोनियां गांधी नहीं गई थीं और कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने हिस्सा लिया था। खबरों की माने तो बेंगलुरु की बैठक में कुल 24 राजनीतिक दलों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
बैठक में शामिल होने वाले जिन दलों को कांग्रेस द्वारा निमंत्रण भेजा गया है, उनमें डीएमके, जदयू, राजद, तृणमूल कांग्रेस, आप, सपा और एमडीएमके, केडीएमके, वीकेसी, आरएसपी, फॉरवर्ड ब्लॉक, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, केरल कांग्रेस (जोसेफ), केरल कांग्रेस (मणि) जैसी नई राजनीतिक पार्टियों का नाम भी सामने आ रहा है।
इस संबंध में कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को पटना सभा के “सकारात्मक परिणाम” को रेखांकित करते हुए बेंगलुरु में आयोजित होने वाली दूसरी बैठक के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों को निमंत्रण भेजा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्ष 2024 के आम चुनाव को लेकर खासा उत्साहित है और मौजूदा मोदी सरकार को सत्ता से दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है।
जानकारी के अनुसार पटना बैठक में बेहद तीखा रवैया रखने वाली आम आदमी पार्टी ने पटना बैठक में बयान दिया था कि अगर कांग्रेस ने दिल्ली की नौकरशाही पर केंद्र सरकार को नियंत्रण देने वाले अध्यादेश पर अपना रुख स्पष्ट नहीं करती तो पार्टी विपक्षी दलों के लिए बुलाई जाने वाली भविष्य की बैठकों में हिस्सा नहीं लेगी।
आप के इस कठोर रूख के बावजूद कांग्रेस की ओर से बेंगलुरु में 18 जुलाई को आयोजित विपक्षी बैठक में हिस्सा लेने के लिए आम आदमी पार्टी को भी आमंत्रण भेजा गया है। विपक्षी दल, जो मोदी सरकार के 303 सांसदों के मुकाबले 210 सांसदों की य़ोग्यता रखते हैं। उन्होंने पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर 24 जून को तीन घंटे तक बैठक की और केंद्र की मोदी सरकार को घेरने पर चर्चा की थी।