Viral Video: 'सोनिया गांधी भारत की नागरिक नहीं, बल्कि..', वकील विष्णु जैन ने पॉडकास्ट में बताया
By आकाश चौरसिया | Updated: September 19, 2024 15:18 IST2024-09-19T14:58:05+5:302024-09-19T15:18:01+5:30
वरिष्ठ अधिवक्ता हरि शंकर जैन के साथ वकालत कर रहे विष्णु जैन ने अब सोनिया गांधी की नागरिकता पर हमला बोलते हुए कह दिया कि वो भारत की नागरिक नहीं है।

सोनिया गांधी भारत की नागरिक नहीं...
नई दिल्ली: भारत की सर्वोच्च अदालत में वकालत करने वाले अधिवक्ता और हिंदू फ्रंट के प्रवक्ता विष्णु शंकर जैन ने हाल में एक इंटरव्यू में सोनिया गांधी पर हमला कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा की नागरिकता पर ही सवाल खड़े कर दिए। सोनिया गांधी भारत की नागरिक नहीं बल्कि भारतीय नागरिक हैं, इस बात का जिक्र कर राहुल गांधी को देश का नंबर एक आतंकी कहने के मामले में देश में राजनीति का रुख ही बदल दिया है। गौरतलब है कि उन्होंने यह विवादित टिप्पणी आरजे रौनक के पॉडकास्ट वाले एपिसोड में कर दी।
अपने पिता, वरिष्ठ अधिवक्ता हरि शंकर जैन के साथ, विष्णु जैन ने पवित्र धार्मिक स्थलों पर विवादों से जुड़े कई मामलों में हिंदू समुदाय का प्रतिनिधित्व किया है। उनकी सबसे उल्लेखनीय कानूनी व्यस्तताओं में बाबरी मस्जिद (अयोध्या), ज्ञानवापी मस्जिद (वाराणसी), ताज महल (आगरा), और कुतुब मीनार (नई दिल्ली) शामिल हैं।
Very Shocking FACTS unknown to many - Must be made VIRAL
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) September 19, 2024
The difference between "CITIZEN OF INDIA and INDIAN CITIZEN"- How migrated foreign citizens hold position of Power in India and how our Judiciary remained silent on gross Internal security threat!pic.twitter.com/DAngmiIytv
जैन ने याद दिलाया कि उनके पिता हरिशंकर जैन की सोनिया गांधी के खिलाफ चुनावी बोली सत्ता की खोज नहीं थी, बल्कि भारत के नागरिक के रूप में उनकी स्थिति को चुनौती देने की कोशिश थी। वह उन दिनों 14 साल के एक युवा दर्शक के रूप में याद करते हैं, जो अदालतों से करीब से देख रहा था और जो उसके सामने हो रहा था, इस बात का जिक्र उन्होंने पॉडकास्ट में किया है। हरिशंकर जैन के बेटे ने इन बातों को याद करते हुए कहा, "मेरे पिता ने जीतने के लिए लड़ाई नहीं लड़ी थी। उन्होंने एक मुद्दा बनाने के लिए लड़ाई लड़ी थी-सोनिया गांधी भारत की नागरिक नहीं थीं। और इससे सारा फर्क पड़ा।"
Shocking …..
— Mini Razdan (@mini_razdan10) September 19, 2024
Did you know this ….? pic.twitter.com/Sbf5hxPtYF
विष्णु शंकर जैन ने आगे पॉडकास्ट में कहा, "1999 में, मेरे पिता ने सोनिया गांधी के खिलाफ जीतने के लिए नहीं बल्कि हारने के लिए चुनाव लड़ा था और यह साबित करने के उद्देश्य से कि वह भारत की नागरिक नहीं हैं। मैं उस समय बहुत छोटा था और अदालत की कार्यवाही में भाग लेता था। 14 साल की उम्र में -पुराना, मैंने सभी कार्यवाही देखी है। भारत में चुनाव लड़ने का मानदंड भारत का नागरिक होना है। केवल वे ही लोग चुनाव लड़ सकते हैं जो यहां पैदा हुए हैं और इस देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं और संवैधानिक पद पर रह सकते हैं जो लोग नागरिकता प्राप्त करते हैं वे भारत के नागरिक नहीं हैं बल्कि भारतीय नागरिक हैं"। "मेरे पिता ने यह तर्क सर्वोच्च न्यायालय और माननीय न्यायमूर्ति रमेश चंद्र लाहोटी के समक्ष रखा है।"