कर्नाटक में कांग्रेस के बागी विधायक रमेश जारकिहोली और उनके करीबी सहयोगी तथा विधायक महेश कुमाथल्ली के पार्टी छोड़ने की अटकलों से कांग्रेस के अंदर गहमागहमी का दौर शुरू हो गया। पिछले कुछ समय से जारकिहोली के भाजपा के साथ संबंध ठीकठाक चल रहे हैं। उन्होंने धमकी दी है कि वह अन्य विधायकों के साथ जल्द सामूहिक रूप से कांग्रेस छोड़ देंगे। इसके बाद राज्य के सत्तारुढ़ गठबंधन के नेता सकते में आ गए हैं।
हालांकि इससे पहले खबरें थीं कि कांग्रेस विधायकों को इस्तीफे के लिए मनाने के प्रयास में रमेश अलग-थलग पड़ गए हैं क्योंकि श्रीमंत पाटिल, महेश कुमाथल्ली और बी नागेंद्र जैसे उनके करीबी विधायकों ने कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा जताई है। लेकिन आज रमेश जारकिहोली और कुमाथल्ली की मुलाकात से अटकलों को फिर बल मिलने लगा है।
बीजेपी नेता येदियुरप्पा ने हाल में कहा था कि कर्नाटक सरकार की स्थिरता इस बात पर निर्भर करेगी कि लोकसभा चुनावों के बाद कांग्रेस के 20 ‘‘असंतुष्ट’’ विधायक क्या रुख अपनाते हैं। राजनीतिक हलकों में पहले से चर्चा है कि लोकसभा चुनावों के नतीजे यदि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के प्रतिकूल रहे, तो इसका असर राज्य सरकार के भविष्य पर पड़ सकता है।
कर्नाटक में लोकसभा की 28 सीटें
पार्टी सीट
बीजेपी 17
कांग्रेस 09
जेडीएस 02
कर्नाटक में विधानसभा की 224 सीटें
पार्टी सीट
बीजेपी- 104
कांग्रेस- 80 सीट
जेडीएस- 38 सीट (एक सीट बसपा मिलाकर)
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से इनपुट्स लेकर