सामाजिक कार्यकर्ता ने आंदोलनरत किसानों एवं केन्द्र सरकार के बीच मध्यस्थता का प्रस्ताव पेश किया
By भाषा | Updated: December 16, 2020 23:54 IST2020-12-16T23:54:52+5:302020-12-16T23:54:52+5:30

सामाजिक कार्यकर्ता ने आंदोलनरत किसानों एवं केन्द्र सरकार के बीच मध्यस्थता का प्रस्ताव पेश किया
ग्वालियर (मप्र), 16 दिसंबर प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता पी वी राजगोपाल ने केन्द्र सरकार और नए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के बीच मध्यस्थता का प्रस्ताव बुधवार को पेश किया और कहा कि वह किसानों के समर्थन में मुरैना से दिल्ली के लिए बृहस्पतिवार को पदयात्रा शुरू करेंगे।
नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हजारों किसान पिछले 21 दिनों से दिल्ली के कई बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
राजगोपाल एकता परिषद के प्रमुख हैं।
राजगोपाल ने ग्वालियर में मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘‘हालांकि, किसी ने मुझे मध्यस्थता के लिए कहा नहीं है, लेकिन पिछले 20 दिन से किसान ठंड में बैठे हैं और इस मामले में संवाद शुरू करने की जरूरत है। ’’
उन्होंने कहा कि वह कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के संसदीय क्षेत्र मुरैना से एक हजार किसानों को लेकर 17 दिसंबर को पैदल दिल्ली की ओर रवाना होंगे।
राजगोपाल ने कहा कि पिछले 20 दिन में कोई समाधान नहीं निकला है। देश के किसानों की बात सरकार को सुननी चाहिए और इसमें वह मदद कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हो सकता है कि सरकार और किसान दोनों ही उनकी बात नहीं सुनें, लेकिन किसानों की समस्याएं हैं और उनके साथ बात जरुर होनी चाहिए।
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