तो अयोध्या मामले पर फैसला 20 साल पहले आ सकता थाः कटारिया, हंगामा, विधायक ने कहा- मोदी जी ने करवाया है क्या?
By भाषा | Published: November 29, 2019 03:56 PM2019-11-29T15:56:02+5:302019-11-29T15:56:02+5:30
नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया विधानसभा में भारतीय संविधान को अंगीकृत करने के 70 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में भारत के संविधान तथा मूल कर्तव्यों पर चर्चा में भाग ले रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए भाजपा नेता कटारिया ने अयोध्या मामले का जिक्र किया।
राजस्थान विधानसभा में देश के संविधान पर चर्चा के दौरान शुक्रवार को उस समय हंगामा हो गया जब नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि अगर नियमित सुनवाई हुई होती तो अयोध्या मंदिर मामले पर फैसला 20 साल पहले भी आ सकता था।
कटारिया विधानसभा में भारतीय संविधान को अंगीकृत करने के 70 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में भारत के संविधान तथा मूल कर्तव्यों पर चर्चा में भाग ले रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए भाजपा नेता कटारिया ने अयोध्या मामले का जिक्र किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सोचता हूं कि न्यायपालिका यह काम अगर आज कर सकती है तो यह बीस साल पहले क्यों नहीं कर सकती थी।’’ निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने इस पर कड़ा एतराज जताते हुए सवाल उठाया, ‘‘मोदी जी ने करवाया है क्या?’’ इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। सरकार की ओर से चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और प्रतिपक्ष की ओर से उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने भी बोलना शुरू कर दिया।
काफी देर हंगामा होता रहा। विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी ने हस्तक्षेप करके सदस्यों को शांत करवाया और सदस्यों को अनुशासन बनाए रखने की नसीहत दी। इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कटारिया की बात पर कुछ कहना चाहा लेकिन आसन ने इसकी अनुमति नहीं दी।
लेकिन धारीवाल ने बोलना जारी रखा तो सदन ने उन्हें सख्त हिदायत दी कि वे संसदीय प्रक्रियाओं का पालन करें। वहीं कटारिया ने कहा कि अगर नियमित सुनवाई होती तो अयोध्या मामले में फैसला 20 साल पहले भी आ सकता था। उन्होंने यह भी कहा कि भारत आज विकास के जिस मुकाम पर है उसमें सभी सरकारों का योगदान रहा है, चाहे वह कांग्रेस की हो या भाजपा की।