लाइव न्यूज़ :

वामदलों ने आर्थिक संकट को लेकर मोदी सरकार पर साधा निशाना, येचुरी ने कहा- ‘दक्षिणपंथी भटकाव’ को हम ही चुनौती दे सकते हैं

By भाषा | Updated: September 20, 2019 20:13 IST

भाकपा महासचिव डी राजा ने गहराते आर्थिक संकट के मद्देनजर समाज के कामगार वर्ग और वंचित वर्ग को बचाने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया कि अर्थव्यवस्था 'अस्त-व्यस्त स्थिति' में है।

Open in App
ठळक मुद्देयेचुरी ने दावा किया, 'स्थिति बहुत खराब है और लोगों का जीवन विनाश के कगार पर है। बेरोजगारी पिछले 50 सालों के चरम पर है।'पांच वामदलों की ओर से जारी संयुक्त बयान में रोजगार पैदा करने के लिए और युवकों को बेरोजगारी भत्ता देने के लिए सार्वजनिक निवेश बढ़ाने की मांग की गई है।

वाम नेताओं ने देश में ‘गहराते आर्थिक संकट’ को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार की शुक्रवार को आलोचना की और उस पर उद्योगपतियों को रियायतें देने एवं किसानों की दुर्दशा की अनदेखी करने का आरोप लगाया। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि केवल वाम दल ही देश में ‘दक्षिणपंथी भटकाव’ और ‘स्पष्ट फासीवादी प्रवृत्ति’ को चुनौती दे सकते हैं।

येचुरी ने सम्मेलन में कहा, ‘‘ मोदी सरकार ने पिछले महीनों में देश के अमीरों को 2.25 लाख करोड़ रूपये की राहत दी है लेकिन किसानों की मदद से मुंह फेर लिया है जो कृषि क्षेत्र के संकट के चलते आत्महत्या करने के लिए विवश हैं।’’ इस सम्मेलन में माकपा, भारतीय कम्यनिस्ट पार्टी (भाकपा), ऑल इंडिया फॉरवार्ड ब्लॉक (एआईएफबी) और रिवोल्युशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) हिस्सा ले रही हैं । देश में आर्थिक संकट और सरकारी नीतियों के खिलाफ 10-16 अक्टूबर के दौरान अपने राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन पर चर्चा के लिए यह सम्मेलन आयोजित किया गया है।

येचुरी ने दावा किया, ‘‘ स्थिति बहुत खराब है और लोगों का जीवन विनाश के कगार पर है। बेरोजगारी पिछले 50 सालों के चरम पर है, उद्योग एवं कारोबार चौपट हैं तथा नौकरियां जा रही हैं। कृषि क्षेत्र पर सबसे अधिक मार पड़ी है और किसान आत्महत्या के लिए विवश हैं।’’ उन्होंने कहा कि रक्षा उत्पादन एवं दूरसंचार क्षेत्रों में शत प्रतिशत विदेशी निवेश से देश की सुरक्षा के लिए ‘खतरा’ उत्पन्न होगा। येचुरी ने सरकार से अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए उद्योगपतियों को रियायतें देने और शेयर बाजार में सट्टेबाजी के बजाय स्थानीय मांग में वृद्धि के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में निवेश करने का आह्वान किया।

भाकपा महासचिव डी राजा ने गहराते आर्थिक संकट के मद्देनजर समाज के कामगार वर्ग और वंचित वर्ग को बचाने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया कि अर्थव्यवस्था 'अस्त-व्यस्त स्थिति' में है। उन्होंने अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त करने, मॉब लीचिंग और असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजी का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘भारतीय अर्थव्यवस्था अस्त-व्यस्त स्थिति में है। लेकिन उसे गहरे संकट से उबारने के बजाय आरएसएस भाजपा गठजोड़ ने देश को राजनीतिक-सामाजिक संकट में धकेल दिया है। ’’ पांच वामदलों की ओर से जारी संयुक्त बयान में रोजगार पैदा करने के लिए और युवकों को बेरोजगारी भत्ता देने के लिए सार्वजनिक निवेश बढ़ाने की मांग की गई है।

टॅग्स :सीताराम येचुरीइकॉनोमीनरेंद्र मोदी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारत अधिक खबरें

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: आज भी मिलिंद कॉलेज में संरक्षित है आंबेडकर की विरासत, जानें

भारतडॉ. आंबेडकर की पुण्यतिथि आज, पीएम मोदी समेत नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

भारतIndiGo Crisis: लगातार फ्लाइट्स कैंसिल कर रहा इंडिगो, फिर कैसे बुक हो रहे टिकट, जानें

भारतIndigo Crisis: इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के बीच रेलवे का बड़ा फैसला, यात्रियों के लिए 37 ट्रेनों में 116 कोच जोड़े गए

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं