बेंगलुरु, 10 मार्च कर्नाटक सरकार ने भाजपा नेता रमेश जारकीहोली के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल करने की ‘‘साजिश’’ की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का बुधवार को फैसला लिया।
आरोप के कारण जारकीहोली को मंत्री पद छोड़ना पड़ा था।
गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा से बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि जारकीहोली की शिकायत के आधार पर यह फैसला लिया गया है जिन्होंने एक ‘फर्जी वीडियो’ के जरिये उन्हें बदनाम करने के प्रयास की विस्तृत जांच कराने की मांग की थी।
बोम्मई ने कहा, ‘‘आज हमने इस मामले के सभी पहलुओं का पता लगाने के लिए एक विशेष जांच दल गठित करने का आदेश दिया है। इस जांच के जरिये यह पता चल सकेगा कि वह कौन था जिसने साजिश रची थी, सीडी (वीडियो) कहां तैयार की गई थी।’’
उन्होंने कहा कि एसआईटी का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (पश्चिम) सौमेंदु मुखर्जी करेंगे।
एक सामाजिक कार्यकर्ता ने दो मार्च को आरोप लगाया था कि मंत्री ने उसे नौकरी देने के बहाने उसका शोषण किया। जल्द ही, आपत्तिजनक वीडियो वायरल कर दिया गया और समाचार चैनलों ने इसके कुछ हिस्सों को प्रसारित करना शुरू कर दिया।
इस आरोप के बाद जारकीहोली को तीन मार्च को मंत्री के रूप में इस्तीफा देना पड़ा था।
हालांकि आरोप के कुछ दिनों बाद सामाजिक कार्यकर्ता ने अपनी शिकायत को वापस लेने की घोषणा की थी।
जारकीहोली ने दावा किया कि उनके खिलाफ यह एक बड़ी साजिश थी जिसमें बहुत बड़े लोग शामिल थे। उन्होंने, हालांकि, साजिशकर्ताओं का नाम बताने से इनकार कर दिया।
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