लाइव न्यूज़ :

सिख विरोधी दंगा मामला: सज्जन कुमार की जमानत याचिका पर कोर्ट अगस्त में करेगा सुनवाई

By भाषा | Updated: April 15, 2019 19:56 IST

सज्जन कुमार ने उच्च न्यायालय ने 17 दिसंबर, 2018 के फैसले को चुनौती देने के साथ ही शीर्ष अदालत से जमानत देने का भी अनुरोध किया है। सीबीआई की ओर से सोमवार को सालिसीटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ से कहा कि सज्जन कुमार पर 1984 के सिख विरोधी दंगों से संबंधित एक अन्य मामले में पटियाला हाउस की अदालत में मुकदमा चल रहा है।

Open in App
ठळक मुद्देसज्जन कुमार को ‘नरसंहार’ जैसे गंभीर अपराध के लिये दोषी ठहराया गया है।सज्जन कुमार के वकील ने कहा कि इस समय चल रहे मुकदमे में उच्च न्यायालय ने उनके मुवक्किल को अग्रिम जमानत दी थी और शीर्ष अदालत ने इसकी पुष्टि की थी।

उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगों से संबंधित मामले में कांग्रेस के पूर्व नेता सज्जन कुमार की जमानत याचिका पर अगस्त के प्रथम सप्ताह में सुनवाई की जायेगी। इस मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा उम्र कैद की सजा सुनाये जाने के बाद से कांग्रेस का यह पूर्व सांसद जेल में है।

न्यायमूर्ति एास ए बोबडे और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर की पीठ से सीबीआई ने कहा कि सज्जन कुमार को ‘नरसंहार’ जैसे गंभीर अपराध के लिये दोषी ठहराया गया है। उच्च न्यायालय ने सज्जन कुमार को दक्षिण पश्चिम दिल्ली के छावनी इलाके के राज नगर पार्ट-1 में एक-दो नवंबर, 1984 को पांच सिखों की हत्या करने और राज नगर पार्ट-2 में एक गुरूद्वारे में आग लगाने की घटना के सिलसिले में दोषी ठहराया था।

सज्जन कुमार ने उच्च न्यायालय ने 17 दिसंबर, 2018 के फैसले को चुनौती देने के साथ ही शीर्ष अदालत से जमानत देने का भी अनुरोध किया है। सीबीआई की ओर से सोमवार को सालिसीटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ से कहा कि सज्जन कुमार पर 1984 के सिख विरोधी दंगों से संबंधित एक अन्य मामले में पटियाला हाउस की अदालत में मुकदमा चल रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में साक्ष्य दर्ज करने की कार्यवाही चल रही है और 35 में से सात गवाहों के बयान अब तक दर्ज हो चुके हैं।

सज्जन कुमार के वकील ने कहा कि इस समय चल रहे मुकदमे में उच्च न्यायालय ने उनके मुवक्किल को अग्रिम जमानत दी थी और शीर्ष अदालत ने इसकी पुष्टि की थी। इस पर पीठ ने कहा, ‘‘इस पर विस्तार से सुनवाई की आवश्यकता है।’’ कुमार के वकील ने जब यह कहा कि जमानत याचिका की सुनवाई में अधिक समय नहीं लगेगा तो मेहता ने कहा, ‘‘अपराध की गंभीरता को देखिये। यह नरसंहार था।’’

इसके बाद पीठ ने कहा कि वह जमानत याचिका पर अगस्त के पहले सप्ताह में सुनवाई करेगी। केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने इससे पहले आठ अप्रैल को सज्जन कुमार की जमानत याचिका का विरोध करते हुये दावा किया था कि 1984 के सिख विरोधी दंगों के दौरान दिल्ली में हुये जघन्य अपराध के वह ‘‘सरगना’’ थे जिसमे सिखों का नरसंहार किया गया था।

तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की 31 अक्टूबर, 1984 को उनके ही दो सिख अंगरक्षकों द्वारा गोली मार कर हत्या किये जाने के बाद बड़े पैमाने पर हिंसा और अग्निकांड की घटनायें हुयी थी जिसमें बड़ी संख्या में सिखों की हत्या कर दी गयी थी। 

टॅग्स :1984 सिख विरोधी दंगेसज्जन कुमार
Open in App

संबंधित खबरें

भारत1984 Anti-Sikh Riots Case: 41 साल बाद न्याय?, सज्जन कुमार को आजीवन कारावास की सजा, देखिए टाइमलाइन

भारत1984 Anti-Sikh Riots Case: 1 नवंबर, 1984 को जसवंत सिंह और बेटे तरुणदीप सिंह की हत्या?, पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को उम्रकैद

भारतBJP सांसद अपराजिता सारंगी ने प्रियंका गांधी को दिया '1984' लिखा बैग गिफ्ट, बैग पॉलिटिक्स में अब बीजेपी की एंट्री

मध्य प्रदेशदिल्ली में सिखों का नरसंहार करने वाले कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस को जनता करारी हार का मुंह दिखाए: मनजिंदर सिंह सिरसा

भारतसिख विरोधी दंगे: 1984 के दंगों के मामले में कांग्रेस के जगदीश टाइटलर पर सीबीआई ने हत्या का आरोप लगाया

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई