शिवसेना नेता संजय राउत ने बाला साहेब ठाकरे को दी श्रद्धांजलि, कहा- बाला साहेब के लिए कुछ भी करेंगे, राज्य में बनेगी हमारी सरकार
By रामदीप मिश्रा | Published: November 17, 2019 12:57 PM2019-11-17T12:57:39+5:302019-11-17T12:57:57+5:30
बाला साहेब ठाकरे का निधन 17 नवंबर, 2012 को हो गया था। उन्होंने शिवसेना की स्थापना कर पार्टी को हिन्दुत्व की पर खड़ा किया।
शिवसेना की स्थापना करने वाले बाला साहेब ठाकरे की आज रविवार को पुण्यतिथि है। इस बीच मुंबई के शिवाजी पार्क में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें पार्टी के नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें, बाला साहेब ठाकरे का निधन 17 नवंबर, 2012 को हो गया था। उन्होंने शिवसेना की स्थापना कर पार्टी को हिन्दुत्व की पर खड़ा किया।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, शिवसेना नेता संजय राउत और अरविंद सावंत बाला साहेब ठाकरे की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हम बालासाहेब के लिए कुछ भी करेंगे, हमारी सरकार बनेगी। उद्धव जी ने बालासाहेब से जो वादा किया था कि एक दिन शिवसेना से मुख्यमंत्री होगा। आप जल्द ही देखेंगे कि महाराष्ट्र का सीएम शिवसेना का ही होगा।
Sanjay Raut, Shiv Sena: We will do anything for #Balasaheb, govt will be formed. The promise which Uddhav ji made to Balasaheb, that there will be a Chief Minister from Shiv Sena...you will soon see that Maharashtra CM will be from Shiv Sena. https://t.co/Zi31eXBWfQpic.twitter.com/1BnpZyTKxo
— ANI (@ANI) November 17, 2019
बता दें कि महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना का गठबंधन टूट चुका है। दोनों पार्टियां सीएम पद को लेकर अड़ी रहीं और कोई हल नहीं निकला। इसके बाद शिवसेना ने एनसीपी का रुख किया और दोनों ने मिलकर कांग्रेस से संपर्क साधा, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है। राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया।
Mumbai: Shiv Sena leaders Sanjay Raut and Arvind Sawant pay tribute to #BalasahebThackeray on his death anniversary today. #Maharashtrapic.twitter.com/2gZm9GZIXk
— ANI (@ANI) November 17, 2019
आपको बता दें कि 288 सीटों सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 24 अक्टूबर घोषित हुआ था, जिसमें 105 सीटें जीतते हुए बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। राज्य के चुनाव में शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। इसके अलावा राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं। प्रदेश की 288 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिये 145 विधायकों का समर्थन जरूरी है। मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच जमकर खींचतान हुई और दोनों पार्टियों में तालमेल नहीं बन सका।