तिरुवनंतपुरम:कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने राहुल गांधी के 'भारत जोड़ो यात्रा' के बारे में बात करते हुए कहा कि यह य़ात्रा न केवल भारत को जोड़ने के लिए है बल्कि यह कांग्रेस जोड़ने के लिए भी एक साथ करेगी। उन्होंने मंगलवार को कहा कि इस यात्रा का मुख्य मकसद भारत को एक सूत्र में बांधने का है लेकिन साथ में यह यात्रा देश भर में फैले कांग्रेसियों को पार्टी के मूल्यों और आदर्शों के साथ भी एकजुट करने का काम करेगी।
शशि थरूर ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के विषय में बोलते हुए कहा कि पार्टी के कई नेता मतदाताओं को चुनाव का व्यापक विकल्प देते हुए अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे लेकिन थरूर ने अपने चुनाव में खड़े होने या न होने पर कोई बात नहीं की। जबकि कांग्रेस के सियासी हल्के में यह बात तेजी से उठ रही है कि शशि थरूर खुद कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए थरूर ने कहा कि कन्याकुमार से कश्मीर तक पार्टी जनता के बीच देश जोड़ने के साथ कांग्रेस को भी मजबूत करने का संदेश देना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वह एकमात्र पार्टी है, जो पूरे भारत को एकजुट कर सकती है और इसके लिए उसे खुद को मजबूत बनाने और जनता के साथ जुड़ाव की बेहद जरूरत है।
हाल में कांग्रेस को छोड़ने वाले वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद द्वारा दिये गये कांग्रेस के "भारत जोड़ो" की बजाय "कांग्रेस जोड़ी" की सलाह पर तिरुवनंतपुरम के सांसद ने कहा, "गुलाम नबी आजाद देश के सम्मानित बुजुर्ग हैं और मैं उनकी विशिष्ट टिप्पणी पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं।"
लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा, "मैं इतना मानता हूं कि "भारत जोड़ो यात्रा" से देश भर के कांग्रेसियों की साख मजबूत होगी। पार्टी के मूल्यों और आदर्शों के साथ लोगों का जुड़ाव होगा। हम लोगों से जुड़े मुद्दों को पूरी मुखरता से उठाने का प्रयास करेंगे और हम जनता को विश्वास दिलाएंगे कि हम उन्ही के लिए लड़ रहे हैं।"
थरूर ने आगे कहा, "इस लिहाज से देखें तो कांग्रेस की 'भारत जोड़ यात्रा' कहीं न कहीं 'कांग्रेस जोड़ो यात्रा' भी हो सकती है।" कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सवाल पर शशि थरूर ने कहा, "मैंने केवल इस बात का स्वागत किया कि पार्टी का अध्यक्ष लोकतांत्रिक पद्धति से चुनकर आयेगा। यह पार्टी के लिए बहुत अच्छा होगा।"
पार्टी चुनाव के मसले पर परोक्षरूप से भाजपा पर हमला करते हुए शशि थरूर ने पूछा कि आखिर किस पार्टी ने लगभग 10,000 मतदाताओं के साथ इतने बड़े स्तर पर अपने अध्यक्ष पद के लिए खुला चुनाव करवाया है और लोग सिर्फ दूसरे में कमियां निकालते हैं, वो खुद का अध्ययन करके देखें।
लोकसभा सांसद थरूर ने कहा, "बेशक यह पार्टी के लिए खुशी की बात है कि हम लोकतांत्रिक सिद्धांतों का पालन करते हुए देश की सबसे पुरानी पार्टी के अध्यक्ष का चुनाव करने जा रहे हैं। लेकिन मैं स्पष्ट कर दूं कि मैंने पार्टी अध्यक्ष के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा नहीं की।"