दिल्ली में कुछ बड़ा और खतरनाक करने की साजिश रच रहा था शरजील इमाम, लैपटॉप व मोबाइल फोन से चौंकाने वाले खुलासे
By पल्लवी कुमारी | Published: February 5, 2020 10:45 AM2020-02-05T10:45:39+5:302020-02-05T10:45:39+5:30
शरजील इमाम को दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ में भड़काऊ भाषण देने के लिए बिहार के जहानाबाद से 28 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था।
देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार शरजील इमाम की पुलिस हिरासत तीन दिन के लिए बढ़ा दी गई है। गिरफ्तारी के बाद पिछले पांच दिन के दौरान हुई पूछताछ में शरजील इमाम जांच कर रही क्राइम ब्रांच को अलग-अलग बयाम देकर बरगलाने की कोशिश कर रहा है। शरजील इमाम के लैपटॉप और मोबाइल से मिली जानकारी काफी चौंकाने वाले हैं। एक अंग्रेजी वेबसाइट में छपी खबर के मुताबिक क्राइम ब्रांच ने दावा किया है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान खींचने के लिए शरजील इमाम दिल्ली में कुछ बड़ा और खतरनाक करने की साजिश बना रहा था। बिहार के जहानाबाद से 28 जनवरी को सीएए विरोधी कार्यकर्ता शरजील को गिरफ्तार किया गया था। शरजील कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के मामले में राजद्रोह का मामला दर्ज किये जाने के बाद से फरार था।
इंडिया टूडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने पहले कहा था कि शरजील इमाम ने सीएए और एनआरसी के बारे में गलत जानकारी वाली पैम्पलेट छपवाई थी, जो शरजील के लैपटॉप से बरामद किए गए हैं। पुलिस के दावा है कि शरजील ने ये पर्चे मस्जिदों में भी बांटे थे।
इंडिया टुडे ने दावा किया है कि उसके पास शरजील इमाम का एक उसे पैम्पलेट की एक प्रति है, जो शरजील इमाम के लैपटॉप से बरामद किया गया था। पर्चे में कहा गया है, "हजारों मुस्लिम युवा दिल्ली को बाधित करने के लिए तैयार हैं जो हमारे मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मीडिया को ध्यान देंगे। यह कानून [सीएए] असंवैधानिक है और मुसलमानों को बेदखल करने और उन्हें निरोध शिविरों में रखने का इरादा रखता है। यह असम में पहले ही शुरू हो चुका है और कहीं और का पालन करेगा ... कश्मीर, बाबरी और अब सीएए, एक मजबूत प्रतिक्रिया के लिए पर्याप्त आधार हैं। दावा किया गया है कि शरजील ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दोपहर 3 बजे इकट्ठा होने को लोगों को कहा था।
पुलिस के अनुसार, 14 दिसंबर को मस्जिदों में पर्चे छपवाए गए और वितरित किए गए, और 15 दिसंबर को जामिया परिसर में और उसके बाहर हिंसा हुई।
जानें शरजील इमाम ने असम को लेकर क्या कहा था?
शरजील के सीएए के विरोध में प्रदर्शनों के दौरान दिए गए कथित भाषण के कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उस पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया। भाषण में उसे यह कहते हुए सुना गया कि असम और पूर्वोत्तर को भारत से ‘‘काटना’’ है। इससे पहले उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ के एएमयू परिसर में भाषण देने के लिए उस पर इन्हीं आरोपों में मामला दर्ज किया गया था। दिल्ली पुलिस ने उसके खिलाफ 25 जनवरी को मामला दर्ज किया था। शरजील इमाम को बिहार के जहानाबाद जिले से 28 जनवरी पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
अदालत ने शरजील इमाम की पुलिस हिरासत तीन दिन के लिए बढ़ा दी थी
तीन फरवरी को शरजील इमाम की पुलिस हिरासत को एक अदालत ने तीन दिन के लिए बढ़ा दी थी। अधिवक्ता मिशिका सिंह ने बताया कि इमाम को भारी सुरक्षा में मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट पुरुषोत्तम पाठक के निवास पर शाम को पेश किया गया।