शरद पवार ने नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद फोन पर ममता बनर्जी से मांगी सलाह, पूछा- 'आपने नारद केस में कैसे सीबीआई एक्शन का विरोध किया था'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: February 23, 2022 21:16 IST2022-02-23T21:08:49+5:302022-02-23T21:16:27+5:30
शरद पवार ने बातचीत के दौरान बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से पूछा कि उन्होंने नारद मामले पिछले साल सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए गए अपने मंत्रियों के प्रकरण को किस तरह से संभाला था।

शरद पवार ने नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद फोन पर ममता बनर्जी से मांगी सलाह, पूछा- 'आपने नारद केस में कैसे सीबीआई एक्शन का विरोध किया था'
मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय द्वारा महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीच टेलीफोन पर बात हुई।
जानकारी के मुताबिक फोन कॉल पर दोनों नेताओं के बीच करीब 10 मिनट बात हुई, जिसमें ममता बनर्जी ने नवाब मलिक की गिरफ्तारी के प्रकरण पर एनसीपी नेता शरद पवार को अपना समर्थन दिया है और केंद्र सरकार के द्वारा केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया।
शरद पवार ने बातचीत के दौरान बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से पूछा कि उन्होंने नारद मामले पिछले साल सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए गए अपने मंत्रियों के प्रकरण को किस तरह से संभाला था।
दरअसल पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने भी इसी तरह की परिस्थिती आयी थी, जब सीबीआई ने राज्य चुनाव से ठीक पहले नारद मामले में तृणमूल कांग्रेस के कई मंत्रियों और नेताओं को गिरफ्तार कर लिया था। ममता बनर्जी ने उस समय अपने मंत्रियों के दिये इस्तीफे को दृढ़ता से खारिज कर दिया था।
शुक्रवार को टेलिफोन पर हुई बातचीत के दौरान ममता बनर्जी ने नवाब मलिक की गिरफ्तारी की निंदा की और शरद पवार को सलाह दी कि महाराष्ट्र सरकार नवाब मलिक को हटाकर "भाजपा के हाथों में न खेलें"।
इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वो प्रवर्तन निदेशालय जैसी एजेंसियों की मदद से राज्य की सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है। इसके साथ ही दोनों नेताओं ने इस मसले पर विपक्षी एकता को बल देने और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग को रोकने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।
बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच फोनकॉल पर हुई इस वार्ता के कुछ घंटों बाद महाराष्ट्र सरकार ने औपचारिक तरीके से घोषणा कर दी कि वह मंत्री नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं मांगेगी।
इस मामले में महाराष्ट्र सरकार के मंत्री बालासाहेब थोराट और छगन भुजबल ने पत्रकारों से कहा, "कल मंत्रालय के सामने महात्मा गांधी स्मारक के पास सरकार इस गिरफ्तारी का शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करेगी। इसके लिए तीनों दल एक साथ हैं और मजबूती से इस अन्याय के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।"
इस मसले पर बात करते हुए छगन भुजबल ने कहा, "पिछले 30 वर्षों में मुंबई विस्फोटों के बाद कभी भी नवाब मलिक का नाम नहीं आया लेकिन अब जब वह केंद्र सरकार के खिलाफ बोल रहा है, तो उनका मुंह बंद करने के लिए केंद्र सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। यह वाकई बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। देखा जाए तो यह एक प्रयास है महाविकास अघाड़ी की सत्तारूढ़ सरकार पर दबाव बनाने के लिए किया गया है लेकिन हम सभी मिलकर इस गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हैं। यह लोकतंत्र के खिलाफ है।"