अरुणाचल में चीन सीमा के नजदीक गायब हुए 19 निर्माण मजदूरों में से 7 को बचाया गया, बाकी की खोज जारी
By शिवेंद्र राय | Published: July 23, 2022 11:47 AM2022-07-23T11:47:03+5:302022-07-23T11:49:14+5:30
कुछ दिनों पहले इनमें से एक मजदूर का शव नदी में मिला था। तब ऐसी आशंका जताई गई थी कि शायद सभी 19 मजदूरों की मौत हो गई है। लेकिन अब इनमें से 7 के मिल जाने के बाद खोज और बचाव का कार्य और तेज कर दिया गया है।
नई दिल्ली: बीती पांच जुलाई को अरुणाचल प्रदेश में सीमा सड़क संगठन की एक परियोजना में काम कर रहे 19 मजदूर अचानक गायब हो गए थे। कोलोरियांग जिला मुख्यालय से 200 किलोमीटर दूर स्थित अपने कैंप से ये मजदूर बिना किसी सूचना के लापता हो गए थे जिसके बाद हड़कंप मच गया था। इसकी सूचना 13 जुलाई को सीमा सड़क संगठन के एक ठेकेदार ने कुरुंग कुमे जिले के अधिकारियों को दी। इन मजदूरों की तलाश बड़े स्तर पर खोजी अभियान चलाया गया।
अब खोजी अभियान के बाद अरुणाचल प्रदेश के कुरुंग कुमे जिले से लापता हुए असम के 19 निर्माण मजदूरों में से सात का पता लगा लिया गया है और उन्हें बचा लिया गया है। भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर खोज और बचाव कार्यों में लगे हुए हैं। बचाए गए सात मजदूरों को चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है। ये मजदूर क्यों और किन परिस्थितियों में अपने कैंप से लापता हुए इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आ सकी है। बाकी की तलाश अभी जारी है।
Arunachal Pradesh | Seven out of 19 construction labourers from Assam who went missing on July 13th from Kurung Kumey district, have been traced and rescued. IAF choppers are engaged in search & rescue operations.
— ANI (@ANI) July 23, 2022
Medical assistance has been provided to them. pic.twitter.com/sWd3E7ATmH
छुट्टी के लिए भागने का शक
अभी तक इस रहस्य से पर्दा नहीं उठा है कि असम के मजदूर क्यों गायब हुए थे। ऐसी आशंका थी कि ईद की छुट्टी न मिलने के कारण इन मजदूरों ने कैंप छोड़ने का फैसला लिया। मजदूरों के गायब होने की सूचना मिलने के बाद कुरुंग कुमे जिले के डीसी बेंगिया निघी ने कहा था कि यह एक दुर्गम और खतरनाक इलाका है और यहां से निकलने के लिए काफी मुश्किल जंगलों को पार करना होगा। अब जबकि सात मजदूरों को खोज लिया गया है तब इस गुत्थी के सुलझ जाने की उम्मीद है कि आखिर ये मजदूर क्यों कैसे कैंप से गायब हुए थे। कुरुंग कुमे जिले के डीसी ने बताया कि इन मजदूरों को असम से लाया गया था और ये अरुणाचल में चीन की सीमा से सटे इलाके में सीमा सड़क संगठन की परियोजना में काम कर रहे थे।