उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन्नाव और बिजनौर की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हर बेटी और बहन की सुरक्षा, हर नागरिक की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार लेगी।
सीएम योगी ने कहा कि किसी को अराजकता फैलाने की छूट सरकार नहीं देगी। बिजनौर जैसी घटनाओं को सरकार रोकेगी। न्यायपालिका, महिलाओं और पूरे प्रदेश की सुरक्षा के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। अदालत की सुरक्षा के लिए सरकार के पास कार्ययोजना है।
उत्तर प्रदेश में बिजनौर की अदालत में हुई गोलीबारी और उन्नाव में बलात्कार पीडिता को जलाये जाने की घटनाओं पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि दोनों ही घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं और इन्हें सरकार रोकेगी।
योगी ने विधानसभा में विपक्ष के नियम—56 के तहत दिये गये प्रस्ताव पर चर्चा के जवाब में कहा, ''बिजनौर जैसी घटनाओं को स्वीकार नहीं किया जाएगा। अदालत की सुरक्षा के लिए सरकार के पास कार्ययोजना है ।'' उन्होंने कहा कि बिजनौर जैसी घटनाओं को सरकार रोकेगी।
उन्होंने कहा कि न्यायपालिका, महिलाओं और पूरे प्रदेश की सुरक्षा के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। योगी ने कहा कि हर बेटी और बहन की सुरक्षा, हर नागरिक की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार लेगी। किसी को अराजकता फैलाने की छूट सरकार नहीं देगी।
उप्र विधान परिषद में बिजनौर की अदालत में हुए हत्याकांड को लेकर हंगामा
बिजनौर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में कल हुए हत्याकाण्ड के मुद्दे पर विधान परिषद में समाजवादी पार्टी एवं कांग्रेस के सदस्यों ने आज जमकर हंगामा किया। बुधवार सुबह 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, सपा-कांग्रेस के सदस्यों ने पीठ के नजदीक पहुंच कर खराब कानून व्यवस्था को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
सदस्य ‘प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था ध्वस्त है’ के नारे लगा रहे थे। सदस्यों की मांग थी कि प्रश्नकाल स्थगित कर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर चर्चा की जाए, लेकिन सदन की कार्रवाई 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद 11.20 पर दोबारा सदन की कार्रवाई शुरू होते ही एक बार फिर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के सदस्य आसन के नजदीक आकर हंगामा करने लगे और कानून व्यवस्था के मुददे पर नारेबाजी शुरू कर दी। अधिष्ठाता ओम प्रकाश शर्मा ने सदन की कार्रवाई दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
गौरतलब है कि बिजनौर जिले में सीजेएम अदालत में मंगलवार को हमलावरों ने अदालत में घुसकर पेशी पर लाये गये एक आरोपी की गोलियां मारकर हत्या कर दी। वारदात में दो पुलिसकर्मी भी जख्मी हो गये। इस दौरान दूसरा अभियुक्त भीड़ का फायदा उठाकर भाग गया।
दोपहर बारह बजे सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो सदस्यों ने सदन की विशेषाधिकारी समीतियों की बैठकों में जिला प्रशासन के अधिकारियों के शामिल न होने का मुददा उठाया। इस पर अधिष्ठाता ने नेता सदन दिनेश शर्मा से इस मामले को गंभीरता से लेने को कहा। इसके बाद सपा, बसपा और कांग्रेस के सदस्यों ने सदन में बलात्कार, महिला उत्पीड़न के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया।