सिंधिया ने डिब्रूगढ़-शिलांग मार्ग पर पहली सीधी उड़ान को रवाना किया
By भाषा | Updated: October 26, 2021 16:34 IST2021-10-26T16:34:50+5:302021-10-26T16:34:50+5:30

सिंधिया ने डिब्रूगढ़-शिलांग मार्ग पर पहली सीधी उड़ान को रवाना किया
डिब्रूगढ़, 26 अक्टूबर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने केंद्र सरकार की क्षेत्रीय संपर्क (कनेक्टिविटी) योजना-‘‘उड़े देश का आम नागरिक (आरसीएस-उड़ान)’’ के तहत मंगलवार को शिलांग-डिब्रूगढ़ मार्ग पर पहली सीधी उड़ान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
सिंधिया ने इस अवसर पर कहा कि शिलांग दुनिया के सबसे ऊंचे और सर्वाधिक नमी वाले स्थानों में से एक है। यह स्थान देश ही नहीं पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "रोलिंग पहाड़ियों, गुफाओं, सबसे ऊंचे झरनों, सुंदर परिदृश्य और इसकी समृद्ध विरासत एवं संस्कृति के कारण शिलांग को हमेशा से ही पूर्व के स्कॉटलैंड के रूप में जाना जाता है। ऐसा कुछ भी नहीं है जो मेघालय के पास न हो। यह जगह दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करती है।"
उन्होंने कहा, “ वर्ष 2014 में उत्तर-पूर्व में केवल छह हवाई अड्डे ही चालू थे जिनकी संख्या अब बढ़कर 15 हो गयी है। केवल सात साल की छोटी सी अवधि में हमने इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल कर लिया है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि यह सिर्फ शुरुआत है, हम पूर्वोत्तर क्षेत्र में राज्यों के भीतर और अंतरराज्यीय संपर्क को बढ़ाने के लिए और प्रतिबद्ध हैं।’’
सिंधिया ने कहा कि हवाई जहाज से संपर्क के अलावा, सरकार का ध्यान अंतिम छोर तक सेवाओं की आपूर्ति पहुंचाने के लिए हेलिकॉप्टर सेवा के साथ-साथ बुनियादी सेवाओं का विकास करने पर है। उन्होंने कहा, ‘‘ यह सुनिश्चित करने के लिए पूर्वोत्तर में हेलीकाप्टर सेवाओं को और बढ़ावा देने के मकसद से हाल में हमने हेलीकॉप्टर नीति शुरू की है। हम चाहते हैं कि देश भर के यात्रियों को पूर्वोत्तर की यात्रा पर आए।"
इस अवसर पर मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा और शिलांग के सांसद विन्सेंट एच पाला के अलावा अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।
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