कोरोना पर राहत, ICMR ने कहा, भारत में अभी कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं, लेकिन स्थिति चिंताजनक
By एसके गुप्ता | Published: June 12, 2020 07:29 AM2020-06-12T07:29:50+5:302020-06-12T07:29:50+5:30
कोरोना वायरस के मामलों के हिसाब से भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया और दुनिया का चौथा सबसे प्रभावित देश बन गया। भारत में इस बीमारी के कुल 2,97,205 मामले हो गए हैं। यह जानकारी ‘वर्ल्डमीटर’ में दी गई है। भारत में लगातार सात दिनों से 9,500 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। एक दिन में मृतक संख्या भी पहली बार 300 के पार पहुंची है।
नई दिल्ली: देश में अभी कोविड-19 का कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू नहीं हुआ है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने यह दावा करते हुए बताया कि कोविड-19 से प्रभावित जिलों में 0.73% आबादी ही वायरस की चपेट में आई है. लॉकडाउन वायरस को फैलने से रोकने में काफी हद तक कामयाब हुआ है. आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल डॉ. बलराम भार्गव ने गुरुवार (11 जून) को प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ''इस शब्द (कम्युनिटी ट्रांसमिशन) पर बहस जोरों पर है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसके मायने नहीं बताएं हैं. हमने अप्रैल के अंत की स्थिति को लेकर मई में देश के 83 जिलों में सिरोलॉजिकल सर्वे किया और पाया कि लॉकडाउन कामयाब रहा है.
26 हजार से ज्यादा लोगों पर आईसीएमआर ने किया सर्वे
यह सर्वे 26 हजार 400 लोगों पर किया गया. इसके परिणाम के मुताबिक देश के शहरी इलाकों में असर ज्यादा है. कंटेनमेंट जोन में उससे ज्यादा, लेकिन यह साफ है कि हमारे यहां कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं है.'' सर्वे के आधार पर आईसीएमआर ने केंद्र सरकार से सिफारिश की है कि संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन को जारी रखा जाए. इस सर्वे के लिए पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरॉलॉजी (एनआईवी) की बनाई कोविड-19 कवच एलिसा किट्स का इस्तेमाल किया गया, जिससे शरीर में वायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडीज का पता चलता है.
कोरोना वायरस: भारत में रिकवरी रेट बेहतर हुआ है
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि अब देश में संक्रमितो से ज्यादा ठीक होने वालों की संख्या है. पिछले एक महीने में रिकवरी रेट में 11% की बढ़ोतरी हुई है. 11 मई को यह 38.29% थी. आज 49.21% हो गई है. अब तक देश में 1 लाख 41 हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं. उन्हें घर भेजा जा चुका है.
बुजुर्गओं, महिलाओं और बच्चों को जोखिम ज्यादा महामारी से हमें कई महीने लड़ना होगा. सभी को मास्क लगाना, हाथ धोना और सुरक्षित दूरी बनाए रखना जरूरी है. बुजुर्ग, महिलाएं और छोटे बच्चों के लिए जोखिम काफी ज्यादा है. हमें कोविड-19 योद्धाओं का हौसला बढ़ाते रहना चाहिए.
एक-तिहाई लोगों का संक्रमण अपने आप ठीक सर्वे से यह भी स्पष्ट हुआ है कि कुछ लोगों की इम्युनिटी क्षमता अच्छी होने के कारण एक-तिहाई लोग कोविड-19 संक्रमण से अपने आप ठीक हो गए. आईसीएमआर ने पाया कि सर्वाधिक केस वाले जिलों के कई कंटेनमेंट क्षेत्र में 15 से 30 फीसदी आबादी संक्रमित हो चुकी है. यह स्थिति चिंताजनक है.