दिल्ली: सुरेशचंद्रशेखर द्वारा दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येद्र जैन पर तिहाड़ जेल में वीवीआईपी ट्रीटमेंट मिलने के आरोपों पर आज उस समय बड़ी कार्रवाई हुई, जब देश की सबसे बड़ी और सुरक्षित माने जाने वाली तिहाड़ जेल के जेल नंबर 7 के अधीक्षक अजीत कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक जेल अधीक्षक अजीत कुमार कथिततौर पर मनी लांड्रिंग के आरोपो में जेल में बंद दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन के जेल नियमों के खिलाफ जाकर वीवीआईपी सुविधा दे रहे थे। कहा जा रहा है कि अनुचित और अवैध लाभ के बदले अजीत कुमार भ्रष्टाचार कर रहे थे और जेल मैनुअल के खिलाफ काम कर रहे थे।
जानकारी के अनुसार सुकेश चंद्रशेखर के दावे के अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी कोर्ट में बाकायदा शिकायती आवेदन देकर मंत्री सत्येंद्र जैन पर आरोप लगाया था कि वो अपने पद और प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए तिहाड़ जेल में सरेआम जेल मैनुअल की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
ईडी के आरोपो में कहा गयाथा कि सत्येंद्र जैन तिहाड़ में ऐसी ऐश की जिंदगी जी रहे हैं, जैसे कोई आम नागरिक भी सामान्य तौर पर नहीं जीता है। इस संबंध में ईडी ने उन सीसीटीवी फुटेज को भी कोर्ट में सौंपा था, जिसमें कथित तौर से सत्येंद्र जैन वीवीआईपी ट्रीटमेंट ले रहे हैं।
ईडी ने कोर्ट में बाकायदा हलफनामा देकर बताया था कि जैन को जेल में हेड मसाज, फुट मसाज और बैक मसाज तक दिया जाता है। उसके लिए नौकर के साथ सारे वो तामझाम जेल की बैरक में मौजूद हैं, जिन्हें किसी भी कैदी के लिए हासिल कर पाना गैर-कानूनी माना जाता है। ईडी ने कोर्ट में जो सीसीटीवी फुटेज सौंपा था, उसमें सत्येंद्र जैन बाकायदा मालिश करवाते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं मालिश करने वाला अज्ञात व्यक्ति उसी दौरान उन्हें कोई गुप्त दस्तावेज भी देता है। जिसे जैन बेहद सफाई से छुपाते हुए ले लेते हैं।
ईडी के मुताबिक जैन जेल में कैदियों को दिये जाना वाला खाना भी नहीं खाते हैं और उनके लिए अलग से सेल में ताजे कटे फल के साथ हरा सलाद भी पेश किया जाता है। मंत्री जैन के सेल की सफाई भी रोजाना किसी अज्ञात शख्स द्वारा की जाती है और उसमें रोजाना पोंछा-झाड़ू भी लगाया जाता है।
मालूम हो कि प्रवर्तन निदेशायल ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में 31 मई को गिरफ्तार किया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद दिल्ली के मुक्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस करके केंद्र सरकार और ईडी पर हमला बोलते हुए सत्येंद्र जैन को भगत सिंह करार दिया था। केजरीवाल ने दिल्ली के मोहल्ले क्लीनिक का श्रेय सत्येंद्र जैन को देते हुए उनके लिए पद्म पुरस्कार की भी मांग की थी।