साहित्य अकादमी पुरस्कार 2017: हिन्दी के लिए रमेश कुंतल मेघ को, तमिल लेखक इकंलाब को मरणोपरांत पुरस्कार
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 21, 2017 06:39 PM2017-12-21T18:39:59+5:302017-12-21T18:54:52+5:30
उर्दू का साहित्य अकादमी पुरस्कार 2017 बेग एहसास को मिला है।
हिंदी के वरिष्ठ आलोचक एवं विविधता भरे और बहुभाषी भारतीय समाज को सामने लाने वाले रमेश कुंतल मेघ को 'विश्वमिथकसरित्सागर' पुस्तक के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए चुना गया है। उर्दू के बेग एहसास की 'दखमा' सहित 24 कृतियों को वर्ष 2017 के अकादमी पुरस्कार के लिए चुना गया है। वहीं तमिल के लिए मरणोपरांत साहित्य अकादमी पाने वाले लेखक इंकलाब के परिवार ने साहित्य अकादमी पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया है। द हिन्दू की खबर के अनुसार इंकलाब की बेटी इस बात साहित्य अकादमी को पत्र लिख सकती हैं। रिपोर्ट के अनुसार इंकलाब के परिवान का मानना है कि उन्होंने आजीवन सरकार के खिलाफ आवाज उठायी इसलिए मरणोपरांत वो उनके नाम पर ये पुरस्कार नहीं ले सकते।
साहित्य अकादमी के सचिव के. श्रीनिवास राव ने कहा, "पुस्तकों का चयन इस विषय के लिए निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार संबंधित भाषाओं में तीन सदस्यों की एक जूरी द्वारा की गई सिफारिशों के आधार पर किया गया।"
उन्होंने कहा कि पुरस्कारों का चयन अकादमी के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की अध्यक्षता में गुरुवार को कार्यकारिणी की हुई बैठक में किया गया। इस वर्ष पुरस्कार के लिए 24 भाषाओं से सात उपन्यासों, पांच कविता संग्रह, पांच कहानी संग्रह, पांच आलोचना, एक निबंध और एक नाटक को चुना गया है।