मनाली और कुल्लू में पर्यटकों की भारी भीड़, बिना मास्क पाए गए तो 5000 जुर्माना या 8 दिन जेल, प्रशासन ने लिया फैसला
By सतीश कुमार सिंह | Updated: July 9, 2021 15:16 IST2021-07-09T15:15:41+5:302021-07-09T15:16:41+5:30
मनाली प्रशासन ने कहा है कि कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करने वालों को दंडात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

मनाली की भीड़ की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद नए नियम बनाए गए हैं। (file photo)
कुल्लूः देश में कोविड-19 की दूसरी लहर में सुधार होने और मैदानी इलाकों में भीषण गर्मी तथा लू का प्रकोप बढ़ने के मद्देनजर बड़ी संख्या में पर्यटक हिमाचल प्रदेश का रुख कर रहे हैं।
मनाली और कुल्लू सहित पर्यटक स्थल पर भारी भीड़ जमा हो रही है। लोग कोविड नियम का पालन नहीं कर रहे हैं।मनाली प्रशासन ने कहा है कि कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करने वालों को दंडात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
पिछले सात दिनों में तीन लाख रुपये से अधिक का चालान
कोविड -19 नियमों का पालन नहीं करने वालों पर 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा या 8 दिनों तक की जेल हो सकती है। कुल्लू के एसपी गुरुदेव शर्मा ने बताया कि पिछले सात दिनों में तीन लाख रुपये से अधिक का चालान किया गया है।
We have initiated this drive to make the tourists aware. Those not wearing masks can be punished with Rs 5,000 in fine or 8 days in jail. We have recorded over 300 challans in the last 7-8 days and have recovered Rs 3 lakh: Gurudev Sharma, SP Kullu. pic.twitter.com/KLDcdNo5nT
— ANI (@ANI) July 8, 2021
मनाली की भीड़ की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद नए नियम बनाए गए हैं। विशेष रूप से, राज्य सरकार द्वारा कोविड -19 प्रतिबंधों में ढील देने की घोषणा के बाद से हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों की भारी आमद देखी जा रही है। कई तस्वीरें जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रही हैं, उनमें प्रसिद्ध माल रोड पर भीड़भाड़ दिखाई दे रही है।
जून से शुरू होने वाले एक महीने से भी कम समय में हिमालयी राज्य में करीब 6-7 लाख पर्यटकों का आवागमन हो चुका है। जैसे ही देश में नए सीओवीआईडी मामलों की संख्या घटने लगी, पर्यटकों ने शिमला, मनाली, धर्मशाला, डलहौजी, नारकंडा और राज्य के अन्य हिस्सों जैसे गंतव्यों की ओर बढ़ना शुरू कर दिया।
इस सप्ताह की शुरुआत में, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि महामारी के बीच हिल स्टेशनों पर पर्यटकों की भीड़ की तस्वीरें देखना "भयावह" था और लोगों से कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने के लिए कहा। मंत्री ने यहां तक चेतावनी दी कि यदि लोग नियमों का उल्लंघन करते पाए गए तो प्रतिबंध वापस आ सकते हैं। प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रियों को कोविड प्रबंधन में सक्रिय रूप से भाग लेने का निर्देश दिया।
भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए मैदानी इलाकों में रहने वाले लोग बड़ी संख्या में शिमला, कुफरी, नारकंडा, डलहौजी, मनाली, लाहौल और पहाड़ी राज्य के अन्य पर्यटन स्थलों की ओर जा रहे हैं। शिमला होटल एवं रेस्तरां एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सूद ने कहा कि हाल ही में हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करने के लिए निगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट और ई-कोविड पास की शर्त को वापस लेने से राज्य के पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिला है। प्रदेश में पर्यटकों की बढ़ती हुई संख्या के बीच राज्य सरकार के सामने हालांकि यह चुनौती आ गयी है कि वह सभी लोगों द्वारा कोविड-19 संबंधी दिशा-निर्देशों की समुचित पालना सुनिश्चित करे।

