प्रदूषण को लेकर सपा नेता आरके चौधरी के बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि आरके चौधरी को अपना धर्म बदल लेना चाहिए। साथ ही टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें यह भी नहीं पता कि आरके चौधरी हिंदू हैं या मुस्लिम। गिरिराज सिंह ने आगे कहा कि हिंदू धर्म में अंतिम संस्कार के दौरान जलाने की प्रक्रिया में केवल एक हाथ जमीन ली जाती है, जबकि दूसरे धर्म में कब्र के लिए हर व्यक्ति को साढ़े तीन हाथ जमीन चाहिए होती है।
वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता आरके चौधरी ने अपने बयान में प्रदूषण को एक गंभीर पर्यावरणीय मुद्दा बताया। उन्होंने कहा कि जब शवों का दाह संस्कार किया जाता है, तो उससे कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड निकलती है, जो वातावरण में ऑक्सीजन को प्रभावित करती है। इसी तरह होलिका दहन के दौरान भी ये गैसें उत्सर्जित होती हैं। आरके चौधरी ने कहा कि हमारा देश एयर पॉल्यूशन को लेकर गंभीर नहीं है और यह मुद्दा धर्म से जुड़ा नहीं, बल्कि पर्यावरण और लोगों की सेहत से जुड़ा हुआ है।