पटना, चार दिसंबर बिहार में विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने शुक्रवार को कहा कि कृषि कानूनों के विरोध में शनिवार को वह यहां प्रदर्शन करेगा। इन कानूनों के खिलाफ देश के उत्तरी इलाकों में बड़े प्रदर्शन जारी हैं।
पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख जगदानंद सिंह ने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की मौजूदगी में यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘गांधी मैदान में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना आयोजित किया जाएगा, जिनके दृष्टिकोण प्रस्तावित कानून के कारण खतरे में है। इस कानून का मकसद कृषि क्षेत्र में बड़ी कंपनियों को छूट देना है।’’
यादव ने संवाददाता सम्मेलन में राज्य भर के किसानों से जारी आंदोलन को समर्थन देने की अपील की और दावा किया कि नीतीश कुमार सरकार द्वारा एक दशक से अधिक समय पहले एपीएमसी मंडियों को समाप्त करने और खरीद के लिए पीएसीएस (प्राथमिक कृषि क्रेडिट सोसायटी) को अधिकृत करने से बिहार का कृषि क्षेत्र पहले से दबाव में है।
यादव ने आरोप लगाया, ‘‘यह समझने की जरूरत है कि राज्य की सरकार किसानों के हितों का घोर उल्लंघन कर रही है। नयी व्यवस्था ने उन्हें स्पष्ट रूप से समस्याओं में डाल दिया है। और मुख्यमंत्री की पार्टी ने संसद में विवादास्पद विधेयक का समर्थन कर अपनी प्राथमिकताएं दर्शाई हैं।’’
उन्होंने अपने धुर विरोधी और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की भी आंदोलनरत किसानों की मंशा पर सवाल उठाने के लिए आलोचना की।
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