हमारे पास बिहार विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का विकल्प खुला?, राजद नेता तेजस्वी यादव ने विशेष गहन पुनरीक्षण विवाद पर कहा, देखिए वीडियो
By एस पी सिन्हा | Updated: July 24, 2025 15:14 IST2025-07-24T14:53:46+5:302025-07-24T15:14:28+5:30
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर पैदा विवाद के मद्देनजर उनकी पार्टी के पास आगामी चुनाव का बहिष्कार करने का ‘‘विकल्प खुला’’ है।

RJD leader Tejashwi Yadav
पटनाः बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर विपक्ष ने सरकार और चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अब तो विपक्ष मे चुनाव तक का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है। राजद विधायक भाई बीरेन्द्र ने गुरुवार को कहा कि विपक्ष बिहार में चुनाव बहिष्कार कर सकता है। इसके पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना में बुधवार की देर शाम कहा था कि विपक्ष विधानसभा चुनाव का बायकॉट कर सकता है। इसे लेकर महागठबंधन की सभी पार्टियों के बीच विचार करेंगे। यह जानने की कोशिश करेंगे कि जनता क्या चाहती है? भाई बीरेंद्र ने कहा कि यह मामला बहुत गंभीर है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें कहीं न कहीं भाजपा की संलिप्तता है और चुनाव आयोग पूरी तरह से उसी दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस विषय पर महागठबंधन फैसला करेगा कि भविष्य में क्या कदम उठाना है।
#WATCH | Patna | On Bihar SIR, RJD leader Tejashwi Yadav says,"...We (all parties in Mahagathbandhan) could talk about boycotting the elections. We have this option." pic.twitter.com/uyn2a9DVy1
— ANI (@ANI) July 24, 2025
#WATCH | "... I want to send a message to the Election Commission, that if you think you are going to get away with it, you are mistaken. We are going to come for you," says Lok Sabha LoP Rahul Gandhi on the SIR exercise being carried out in Bihar. pic.twitter.com/pp3ZD39iAh— ANI (@ANI) July 24, 2025
भाई बीरेन्द्र ने कहा कि हम लोग चुनाव का बहिष्कार भी कर सकते हैं। हमारे नेता ने कहा है कि किसी भी स्थिति में कुछ भी हो सकता है, इसलिए हम अब कोई भी समझौता नहीं करेंगे। इसबीच चुनाव आयोग द्वारा बिहार में चलाए जा रहे विशेष सघन पुनरीक्षण के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
STORY | Police use water cannon to disperse Congress, NSUI workers march to Vidhan Sabha
— Press Trust of India (@PTI_News) July 24, 2025
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आयोग के अनुसार 7 लाख 50 हजार से भी अधिक लोगों ने एक से ज्यादा जगहों पर पहले से अपनी वोटर आईडी बनवा रखी है। अब तक 52 लाख 30 हजार से भी अधिक लोग अपने पते पर नहीं पाए गए हैं, जिनका नाम वोटर आईडी से कट सकता है। आयोग के अधिकारियों का दावा है कि बिहार में बड़ी तादाद में विदेशी हैं।
#WATCH | Patna, Bihar: RJD leader Rabri Devi and other leaders protest against the SIR by the Election Commission in Bihar. pic.twitter.com/DTI9awRI0a
— ANI (@ANI) July 24, 2025
नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार से आए लोग बड़ी संख्या में मिले हैं। आयोग के अधिकारियों के मुताबिक एक अगस्त के बाद ऐसे लोगों की जांच होगी। एसआईआर के तहत मतदाता सूची से 52 लाख मतदाताओं का नाम कटना तय माना जा रहा है। चुनाव आयोग ने एसआईआर के ताजा आंकड़े जारी किए हैं, जिसमें 18 लाख 66 हजार 869 मतदाताओं के मृत होने की सूचना है।
#WATCH | Patna | On Opposition's protest against Bihar SIR, State Minister Vijay Kumar Chaudhary says "...The new voter list that has been prepared on a revised basis, its draft publication will be done on August 1. From August 1 to September 1, a month-long period has been… pic.twitter.com/ChKB4uLkZt
— ANI (@ANI) July 24, 2025
26 लाख 11031 इसतरह के मतदाता हैं जो दूसरी जगह शिफ्त हो गए हैं। 11 हजार 484 इसतरह के मतदाता हैं, जिनका कोई पता नहीं है। अपने पते पर नहीं मिलने वाले इस तरह के मतदाता कुल 6.62 फीसदी हैं। कुल मतदाता 7.89,69,844 में 90 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं को गणना पपत्र मिल चुके हैं।
VIDEO | Parliament Monsoon Session: LoP Lok Sabha Rahul Gandhi (@RahulGandhi) says, "It is a very serious matter. The Election Commission is not functioning as the Election Commission of India. Today, they have made some statement... this is complete nonsense. The fact of the… pic.twitter.com/qrjjlpeRyq
— Press Trust of India (@PTI_News) July 24, 2025
जिनकी संख्या 7,16.04102 है, वहीं 90.37 फीसदी यानी 7.13.65,460 रिवीजन फार्म ऑनलाइन जमा हो चुके हैं। सिर्फ 2.70 फीसदी लोगों के ही फार्म जमा नहीं हुए हैं। कुल 97.30 फीसदी मतदाता एसआईआर में कवर हुए हैं। बिहार में चल रहे एसआईआर में यह सुनिश्चित करने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं कि सभी पात्र मतदाताओं को 1 अगस्त, 2025 को प्रकाशित होने वाली मसौदा मतदाता सूची में शामिल किया जाए।
बिहार के सभी 12 प्रमुख राजनीतिक दलों के जिला अध्यक्षों द्वारा नियुक्त लगभग 1 लाख बीएलओ, 4 लाख स्वयंसेवक और 1.5 लाख बीएलए सहित पूरी चुनाव मशीनरी उन मतदाताओं की तलाश में एक साथ काम कर रही है। जिन्होंने अभी तक अपने गणना प्रपत्र (ईएफ) जमा नहीं किए हैं या अपने पते पर नहीं पाए गए हैं।